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- इस कांग्रेस से लड़ने...
ब्रजबिहारी। पिछले हफ्ते के दो राजनीतिक घटनाक्रमों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारतीय जनता पार्टी ही वास्तव में 'पार्टी विद डिफरेंस' है। पहली घटना गुजरात में हुई, जहां भाजपा ने न सिर्फ मुख्यमंत्री बदल दिया, बल्कि देश के इतिहास में संभवत: पहली बार पूरा का पूरा मंत्रिमंडल नए चेहरों से भर दिया। परिवार की तरह ही पार्टी में थोड़ी कुनमुनाहट हुई, लेकिन फिर सब अपने काम में जुट गए। दूसरा घटनाक्रम पंजाब में हुआ, जहां कांग्रेस के मुख्यमंत्री को मजबूरी में त्यागपत्र देना पड़ा और उसके बाद मीडिया में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के जो उद्गार सामने आए, उसने पार्टी की छीछालेदर कर दी। लेकिन सबसे ज्यादा सटीक टिप्पणी तो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी और उनका इंटरनेट मीडिया अकाउंट देख रहे लोकेश शर्मा ने इन शब्दों में की, 'मजबूत को मजबूर किया जाए, मामूली को मगरूर किया जाए, जब बाड़ ही खेत को खाए, उस फसल को कौन बचाए।'