- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- हिन्द का 'राकेट' नीरज...
आदित्य चोपड़ा| भाला फेंक ओलिम्पिक स्पर्धा में हरियाणा के नीरज चोपड़ा ने भारत को स्वर्ण पदक दिला कर सदी का वह कीर्तिमान स्थापित कर दिया है जिससे देश की आने वाली पीढि़यां प्रेरणा लेकर क्रीड़ा जगत में विश्व स्तर पर अपना स्थान बनाने के प्रयास करती रहेंगी। एक किसान के बेटे नीरज चोपड़ा ने भारत की धरती की वह तासीर नमूदार कर दी है कि किस तरह इसकी मिट्टी में खेल कर बड़े हुए लोग जब अपनी मेहनत और लगन में लथ-पथ होकर कुछ पाने की ठान लेते हैं तो 'सितारे जमीं पर' ले आते हैं। वास्तव में पिछले एक सौ साल से भी ज्यादा से ओलिम्पिक खेलों की 'ट्रैक एंड फील्ड' स्पर्धाओं में कोई पदक लाना भारत के लिए सितारे जमीन पर लाने जैसा ही बना हुआ था । इस सपने को हरियाणा के पानीपत से 22 कि.मी. दूर बसे एक गांव 'खन्दरा' के 23 वर्षीय युवक ने न केवल पूरा कर दिखाया बल्कि सर्वश्रेष्ठ स्थान भी पाया। भाला फेंक में नीरज ने अपने तकनीकी कौशल का इस्तेमाल करते हुए दुनिया के सभी अन्य देशों के प्रतियोगियों को पीछे छोड़ते हुए अपने भाले को 'राकेट' की भांति छोड़ा और वह अचम्भा कर दिखाया जिसे देख कर केवल भारत के ही नहीं बल्कि समस्त भारतीय उप महाद्वीप के लोग रोमांचित हो उठे।