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- बर्मिंघम में हिमाचली...
अंतरराष्ट्रीय मैत्री व भाईचारे के लिए शुरू की गई ओलंपिक खेलों के बाद फिर महाद्वीप स्तर पर भी चार साल के अंतराल पर एशियाई, यूरोपियन व अफ्रीकी आदि हर महाद्वीप ने अपनी-अपनी खेलों का आयोजन शुरू किया। अंग्रेजों के गुलाम रहे देशों ने भी चार साल के अंतराल वाली राष्ट्रमडल खेलों का आयोजन बहुत पहले 1930 में कनाडा के शहर हैमिल्टन से शुरू कर दिया था। पहले हैमिल्टन खेलों में छह देशों के 400 खिलाडिय़ों ने 59 स्पर्धाओं में अपना दमखम दिखाया था। विश्व युद्ध के कारण 1942 व 1946 के खेल आयोजित नहीं करवाए जा सके थे। 1930 से 1950 तक इन खेलों को ब्रिटिश एंपायर गेम्स, 1954 से 1966 तक ब्रिटिश एंपायर एंड कामनवैल्थ गेम्स, 1970 से 1974 तक ब्रिटिश कामनवैल्थ गेम्स तथा अब इन खेलों को कामनवैल्थ गेम्स या राष्ट्रमंडल खेलों के नाम से जाना जाता है। इन खेलों का मुख्यालय ब्रिटिश संयुक्त राजशाही है। 2022 खेलों से दो बार पहले भी बर्मिंघम शहर राष्ट्रमंडल खेलों का सभफल आयोजन कर चुका है। ओलंपिक, एशियाई व राष्ट्रमडल खेलों में जीते गए पदकों को विश्व एशियाई व राष्ट्रमंडल प्रतियोगिताओं के पदकों से अधिक ईनाम व सम्मान मिलता है क्योंकि गेम्स चार साल बाद व इनकी चैंपियनशिप दो साल बाद होती हैं। बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में भारत की भारोत्तोलन टीम ने पदक पर पदक जीतते हुए पदक तालिका में भारत को सम्मानजनक स्थिति में पहुंचा दिया है।
By: divyahimachal