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- अपराधों का शिकार होते...
रोजी-रोटी, व्यापार, कारोबार तथा मेहनत-मजदूरी तथा अनेक उद्योगों में आजीविका कमाने के लिए विभिन्न राज्यों के बहुत से प्रवासी हिमाचल प्रदेश का रुख करते हैं। इनमें लकड़ी का काम, मिट्टी की खुदाई, सीमेंट का काम, शीशे की कटाई, नक्काशी, मार्बल, टाईल्स, सिलाई-कढ़ाई, कपड़े का व्यापार करने वाले मुख्य हैं। हिमाचल प्रदेश में कार्य करने वाले इन प्रवासियों में वैसे तो पूरे देश भर से लोग आते हैं, परंतु उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब तथा जम्मू-कश्मीर से मुख्य हैं। ये प्रवासी प्रदेश के मुख्य शहरों, नगरों तथा कस्बों में तो कार्य कर ही रहे हैं, परंतु वर्तमान में प्रदेश के हर गांव, गली-मुहल्ले तथा जनजातीय तथा दूरदराज के क्षेत्रों में भी फैल चुके हैं। ये लोग हमारे आस-पड़ोस में ही रहते हैं। आजकल कई ग्रामीणों ने भी पुश्तैनी घरों को छोड़कर नगर-मोहल्ले, गली एवं नुक्कड़ पर अपने नए घर-मकानों तथा तथा दुकानों का निर्माण कर लिया है तथा सड़क के किनारे अपने कारोबार शुरू कर दिए हैं तथा पुश्तैनी घरों को बिना जान-पहचान के इन अपरिचित प्रवासियों को महज कुछ पैसों के लिए बिना जांच-पड़ताल से किराए पर देना शुरू कर दिया है।