सम्पादकीय

भारी बरसात एक वरदान…

Rani Sahu
21 July 2022 6:55 PM GMT
भारी बरसात एक वरदान…
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आजकल बरसात अपने पूरे यौवन पर पहुंच चुकी है

आजकल बरसात अपने पूरे यौवन पर पहुंच चुकी है। भारी बारिश से लोगों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है। कहीं जलभराव हो रहा है तो कहीं बाढ़ ने कहर बरपाया है। लेकिन इस सबके बावजूद बरसात एक वरदान भी है। आजकल भूमि का जलस्तर काफी नीचे हो गया है, जिससे देश के कई हिस्सों में पानी की किल्लत पैदा हो गई है। यदि बरसात के मौसम में पर्याप्त मात्रा में बारिश नहीं होगी तो भूमि का जलस्तर ऊपर नहीं उठेगा, जिससे आने वाले समय में पीने के पानी के साथ-साथ कृषि के लिए भी पानी की उपलब्धता बहुत कम हो जाएगी। इस सबसे कृषि उत्पादन पर भी बहुत बुरा असर पड़ेगा। अत: बरसात का मौसम भारी मुश्किलों के साथ-साथ एक वरदान भी है। इसलिए हमें चाहिए कि हम इस पानी को व्यर्थ न जाने दें। इस जल को संग्रहित करें। जहां भी उपयुक्त जगह हो वहां टैंक बनाएं।

By: divyahimachal

-नरेंद्र शर्मा, भुजड़ू, मंडी


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