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- सेहत का मसला
हिमाचल अपने मुख्यमंत्री को बीमार नहीं देखना चाहता, लेकिन अपनी चिकित्सा व्यवस्था को इतना लाचार भी नहीं देखना चाहता कि सेहत के सारे आदर्श किसी संस्थान में प्रवेश करते ही ढह जाएं। प्रसन्नता की बात है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अब स्वस्थ हैं और शीघ्र ही एम्स से वापस लौट आएंगे। यहां उनकी सेहत का मसला प्रदेश के हाल-चाल भी पूछता रहा और उन सभी बीमारों की तहकीकात भी करता रहा, जो इस समय प्रदेश के सेहत महकमा की तीमारदारी में हैं। मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य बुलेटिन हर हिमाचली की चिंता के विषय हो जाते हैं और जब यह पता चलता है कि आईजीएमसी उन्हें यह सलाह दे रहा होता है कि दिल्ली एम्स ज्यादा बेहतर रहेगा, तो विश्वसनीयता के सारा इतिहास विभ्रम में पड़ जाता है। हर हिमाचली को यह सोचने व शंका करने का अधिकार मिल जाता है कि वह तमाम मेडिकल कालेजों और डंके की चोट पर खड़े बिलासपुर के एम्स से पूछ सके कि स्वास्थ्य विभाग की खड़ाऊं अकसर पीजीआई चंडीगढ़ व दिल्ली के एम्स के बाहर क्यों पहुंच जाता है। इसी तरह अतीत में बतौर मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल व स्व. वीरभद्र सिंह को भी प्रदेश के बाहर जाना पड़ा था।
क्रडिट बाय दिव्याहिमाचल