सम्पादकीय

साजिश की आदत

Subhi
11 Feb 2022 2:58 AM GMT
साजिश की आदत
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पाकिस्तान अपनी आदतों से बाज नहीं आता। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर तो वह खुद को पाक-साफ साबित करने और भारत के मत्थे ही सारा दोष मढ़ने का प्रयास करता रहता है। मगर हकीकत यह है

Written by जनसत्ता: पाकिस्तान अपनी आदतों से बाज नहीं आता। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर तो वह खुद को पाक-साफ साबित करने और भारत के मत्थे ही सारा दोष मढ़ने का प्रयास करता रहता है। मगर हकीकत यह है कि सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठ कराने और भारत में दहशत फैलाने की हर संभव कोशिश करता है। अब उसने ड्रोन के जरिए विस्फोटक सामग्री गिराने का एक नया तरीका तलाश लिया है। इसका ताजा उदाहरण पंजाब के गुरदासपुर इलाके में विस्फोटक, पिस्तौल, कारतूस और अन्य उपकरण गिराने का है।

इसका खुलासा सीमा सुरक्षा बल के तलाशी अभियान के दौरान हुआ। विस्फोटक सामग्री दो थैलों में एक खेत में पड़ी मिली। इससे पहले भी कुछ मौकों पर पाकिस्तान की तरफ से आए ड्रोन विस्फोटक सामग्री गिरा कर जा चुके हैं। कुछ मौकों पर सुरक्षा बलों ने ड्रोनों पर हमला किया, तो वे वापस लौट गए। अब सीमा सुरक्षा बल ने ड्रोनों पर नजर रखने के लिए अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है, जिससे उनकी गतिविधियों पर अंकुश लगा है, मगर अब भी इस तकनीक का इस्तेमाल हर जगह नहीं हो पा रहा, जिसके चलते वे अपनी साजिशों में कामयाब हो जाते हैं।

पाकिस्तान की इन हरकतों की वजहें छिपी नहीं हैं। पाकिस्तानी फौज कश्मीर की तरफ से घुसपैठ कराने की लगातार कोशिश करती रहती है, जिसके चलते वह अनेक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर चुकी है। हालांकि संघर्ष विराम उल्लंघन को लेकर पिछले दिनों भारत ने उसे सख्त चेतावनी भी दी थी, मगर वह अपनी आदतों से बाज कहां आने वाला। जब से कश्मीर की स्वायत्तता समाप्त हुई है, पाकिस्तान की बौखलाहट काफी बढ़ गई है। इसे लेकर वह दुनिया भर में शिकायत करता फिरा, पर कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई।

इसके अलावा कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों की मुस्तैदी और सघन तलाशी के चलते ज्यादातर आतंकी ठिकाने ध्वस्त हो चुके हैं। स्थानीय लोग भी अब उन्हें पहले की तरह पनाह नहीं देते। जो लोग और संस्थाएं दहशतगर्दों का वित्तपोषण किया करते थे, उन पर नकेल कसी जा चुकी है। अलगाववादी नेताओं के बैंक खातों आदि पर लगातार नजर रखे जाने की वजह से पाकिस्तान से आने वाले धन पर भी रोक लग गई है। इस तरह दहशतगर्दी को बढ़ावा देना पाकिस्तान के लिए आसान नहीं रह गया है। घुसपैठ की घटनाएं भी अंजाम नहीं दी जा पातीं, क्योंकि सीमा पार चल रही गतिविधियों पर भारतीय सेना की लगातार नजर बनी हुई है। इसलिए उधर से ड्रोन के जरिए ऐसी गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिशें की जाती हैं।

हालांकि तमाम चौकसी के बावजूद भारत में दहशतगर्दी का खात्मा नहीं हुआ है और जब भी इन लोगों को मौका मिलता है अपनी साजिशों को अंजाम देने की कोशिश जरूर करते हैं। ताजा मामले में बरामद विस्फोटकों के बारे में सीमा सुरक्षा बल का कहना है कि इसी प्रकृति का बम लुधियाना की अदालत में फटा था और दिल्ली की गाजीपुर फूल मंडी में भी विस्फोट हुआ था। यानी पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन के जरिए गिराए जाने वाले विस्फोटकों और हथियारों का इस्तेमाल करने वाले देश के विभिन्न हिस्सों में मौजूद हैं। पंजाब वैसे भी कई दृष्टि से संवेदनशील राज्य है और इन दिनों वहां विधानसभा चुनाव की गहमागहमी है। इसलिए ये विस्फोटक निश्चित रूप से वहां कोई उपद्रव पैदा करने की नीयत से गिराए गए थे। इससे सीमा सुरक्षा बल को और अधिक मुस्तैद रहने की जरूरत रेखांकित हुई है।


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