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- देश में बढ़ता कोयला...
क्या कोयला संकट आने वाले अंधेरे का अलार्म बजा रहा है?क्या बिजली कटौती का ये सिर्फ ट्रेलर है...पूरी पिक्चर अभी बाकी है?क्या इस बार दीवाली अंधेरे में डूबने वाली है? क्या देश पर ब्लैक आउट का खतरा तेजी से बढ़ रहा है? क्या जैसे हालात चीन में बन गए...पावर क्राइसिस के आगे जिस तरह यूरोप ने घुटने टेक दिए....क्या ठीक वैसी ही मुसीबत की तरफ हिंदुस्तान भी कदम बढ़ा रहा है. देश की राजधानी दिल्ली में बिजली संकट गहराने लगा है...यहां बिजली की आपूर्ति घटकर 50 फीसदी के करीब रह गई है ।दिल्ली को एनटीपीसी के प्लांट से 4000 मेगावॉट बिजली मिलती थी...लेकिन कोयले की कमी से एनटीपीसी के प्लांट बिजली उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं । दिल्ली में फिलहाल बवाना-रिठाला और प्रगति पावर प्लांट में 1900 मेगावाट की क्षमता वाले 3 पावर प्लांट काम कर रहे हैं जिनसे 1300 मेगावाट बिजली का ही उत्पादन हो पा रहा है जबकि त्योहारों की वजह से दिल्ली में बिजली की डिमांड बढ़ती जा रही है,10 अक्टूबर को डिमांड 4500 मेगावॉट रही है.