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- खिलौना उद्योग को सरकार...
डॉ. जयंतीलाल भंडारी: विगत 24 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टॉयकैथन 2021 के प्रतिभागियों को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने खिलौनों को बच्चों का पहला मित्र बताते हुए खिलौना उद्योग के र्आिथक एवं रोजगारपरक पहलुओं को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आज दुनिया भारतीय समाज को ज्यादा बेहतर तरीके से समझना चाहती है और इसमें भारतीय खिलौने और गेमिंग उद्योग बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। बाजार में मुख्य रूप से दो तरह के खिलौने दिखते हैं। कुछ खिलौने ऐसे होते हैं, जो बच्चों की मौज-मस्ती का जरिया बनकर उन्हें खुशी देते हैं। वहीं दूसरी किस्म के खिलौने बच्चों को खुश करने के साथ ही उनके मानसिक विकास में भी उपयोगी होते हैं। फिलहाल बाजार में लकड़ी, पत्थर, मिट्टी, प्लास्टिक और दूसरी कृत्रिम चीजों से बने परंपरागत खिलौनों के अलावा नई तकनीक की रंग-बिरंगी गुड़ियों से लेकर मैकेनिकल सेट, डिजाइनर बोर्ड गेम्स, लिगो, पजल्स, कंप्यूटर गेम्स, डॉल हाउस, स्टफ्ड एनिमल्स, रोबोट और रिमोट कंट्रोल से चलने वाले खिलौने मुख्य रूप से प्रचलित हैं।