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- सरकार, किसान और गांधी...
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कृषि क्षेत्र भारत का गौरव है और किसान इस देश की शान। कोरोना काल में अगर कोई क्षेत्र संकटकाल में सहारा बना तो वह कृषि क्षेत्र ही है लेकिन नए कृषि कानूनों को लेकर किसान और सरकार आमने-सामने है। सरकार मानती है कि इन कानूनों के लागू होने से कृषि क्षेत्र का भाग्य बदल जाएगा लेकिन किसान या तो इन कानूनों को समझ ही नहीं रहे और यह भी हो सकता है कि नए कानूनों के कुछ प्रावधानों पर उन्हें आपत्ति हो। किसानों को कुछ समस्याएं हो सकती हैं। किसान आंदोलन पर जिस तरह की प्रतिक्रियाएं विदेशों से आ रही हैं उसे देखकर भी ऐसा लगता है कि भारत को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। किसान अपने ही देश में आंदोलन कर रहे हैं और यह भारत का आंतरिक मामला है तो इस पर विदेश की धरती से प्रतिक्रियाएं अवांछनीय हैं। भारत एक लोकतांत्रिक देश और सबको अपनी बात रखने का हक है परन्तु हमें इस बात का भी ध्यान रखना है कि कुछ विदेशी ताकतें या गलत तत्व इसका गलत फायदा न उठा लें।