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- नौकरियां हों तो
दिल्ली सरकार ने पिछले साल कोरोना महामारी की पहली लहर आने के बाद नौकरी ढूंढन वालों और रोजगार देने वालों को जोड़ने के लिए रोजगार बाजार पोर्टल शुरू किया था। रोजगार ढूंढ रहे व्यक्ति इस पोर्टल पर अपना पंजीकरण कर सकते हैं। वहीं रोजगार देने वाले उद्यमी भी अपने यहां मौजूद अवसरों की जानकारी इस पोर्टल पर डालते हैं। पिछले महीने इस पोर्टल पर 34 हजार से ज्यादा लोगों ने नौकरी की तलाश में अपने प्रोफाइल पोस्ट किए। दूसरी तरफ नियोक्ताओं की तरफ लगभग साढ़े नौ हजार नौकरियों के अवसर की सूचना दी गई। तो जो खाई है, वह स्पष्ट है। अगर इन आंकड़ों को एक सैंपल मानें, तो इसका मतलब है कि जितने लोग रोजगार ढूंढ रहे हैं, उससे एक तिहाई से भी कम अवसर बाजार में मौजूद हैं। ये आंकड़े हाल में रोजगार के मोर्चे पर गहराते संकट के बारे में आई तमाम भरोसेमंद रिपोर्टों की पुष्टि करते हैं। चूंकि अब सरकारी आंकड़े समय पर नहीं आते, असहज आंकड़ों को सरकार दबा देती है, और आंकड़े जब कभी जारी किए जाते हैं, तो उनके पीछे मकसद सच बताना नहीं, बल्कि सुर्खियां मैनेज करना होता है, इसलिए असली सूरत जानने का एकमात्र जरिया गैर-सरकारी संस्थानों की रिपोर्टें हैं।