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- पाकिस्तान में हिन्दुओं...
हिन्दू धर्म भारत का सर्व प्रमुख धर्म है, जिसे इसकी प्राचीनता एवं विशालता के कारण सनातन धर्म भी कहा जाता है। इसाई, बौद्ध, इस्लाम आदि धर्मों के समान हिंदू धर्म किसी पैगम्बर या व्यक्ति विशेष द्वारा स्थापित धर्म नहीं है बल्कि यह प्राचीन काल से चले आ रहे विभिन्न धर्मों, मतमतांतरों, आस्थाओं और विश्वासों के समावेश है। एक विकासशील धर्म होने के कारण विभिन्न कालों में इसमें नए-नए आयाम जुड़ते गए।
वास्तव में हिंदू धर्म महान परम्पराओं का उत्तम समन्वय है। यह भक्ति रस से सराबोर धर्म है। हिंदू धर्मावलम्बियों की उदारता सर्व धर्म स्वभाव, समन्वय शीलता तथा धार्मिक सहिष्णुता की श्रेष्ठ भावना का ही परिणाम और परिचायक है। अपनी सहिष्णुता के कारण हिंदुओं ने बहुत अत्याचार सहे हैं। कई बार असहनीय पीड़ा भी झेली है क्योंकि इसमें कर्त्तव्य, अहिंसा, न्याय, सदाचार, सद्गुण शामिल हैं। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने भी 11 दिसम्बर 1995 के अपने एक निर्णय में मत व्यक्त किया था कि हिंदू एक धर्म या सम्प्रदाय मात्र नहीं है अपितु जीवन जीने की पद्धति है।
धैर्य, क्षमा, दया करना, विद्या ग्रहण करना, मन, वचन कर्म से सत्य का पालन और क्रोध न करना हिंदू धर्म के सिद्धांतों में शामिल है। हिंदुओं की उदारता और दरियादिली का एक उदाहरण पाकिस्तान में देखने को मिला।
पाकिस्तान में हिंदू सम्प्रदाय ने खैबर पख्तून के करक जिले में पिछले दिसम्बर में एक मंदिर के िवध्वंस में शामिल आरोपियों को माफ करने का फैसला किया। पेशावर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पाकिस्तान हिंदू काउंसिल के चेयरमैन रमेश कुमार ने कहा कि जिरगा सम्प्रदाय के सिफारिशों के संदर्भ में आरोपियों को जेल से रिहाई के लिए सहायता की जाएगी और उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।