सम्पादकीय

अगस्त माह में गांधी स्मरण; मुंबई में अगस्त क्रांति मैदान पर आज भी लोग शहीदों को नमन करने आते हैं

Rani Sahu
20 Aug 2021 2:31 PM GMT
अगस्त माह में गांधी स्मरण; मुंबई में अगस्त क्रांति मैदान पर आज भी लोग शहीदों को नमन करने आते हैं
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अगस्त माह भारत के स्वतंत्रता संघर्ष और मुक्ति के लिए महत्वपूर्ण माना गया है

जयप्रकाश चौकसे का कॉलम। अगस्त माह भारत के स्वतंत्रता संघर्ष और मुक्ति के लिए महत्वपूर्ण माना गया है। मुंबई में अगस्त क्रांति मैदान पर आज भी लोग शहीदों को नमन करने के लिए आते हैं। दरअसल भारत की स्वतंत्रता के लिए पहला प्रयास 1857 की क्रांति को माना जा सकता है। केतन मेहता निर्देशित एवं आमिर खान अभिनीत फिल्म 'मंगल पांडे' में संघर्ष और आक्रोश का विवरण प्रस्तुत किया गया था। साधुओं द्वारा भी अंग्रेजों के खिलाफ एक सशक्त क्रांति की गई थी। इस क्रांति के दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं। पत्रकार राजेंद्र माथुर ने लिखा था कि शिमला में अंग्रेजों ने एक दफ्तर में गुप्त जानकारियों को सिलसिलेवार जमा कर रखा था।

एक रजिस्टर में उन भारतीयों के नाम लिखे थे, जिन्होंने अंग्रेजों के लिए जासूसी की थी। चंद्रशेखर आजाद इलाहाबाद के बगीचे में हैं। यह जानकारी भी एक भारतीय ने ही एक अंग्रेज को दी थी। कहा जाता है कि यह व्यक्ति संग्राम से ही जुड़ा था। भारत छोड़ते समय अंग्रेजों ने शिमला के दस्तावेज नष्ट कर दिए थे।
एरिक एरिक्सन की लिखी किताब का हिंदी नाम है 'गांधी जी के सत्य'। इस लेखक का विचार है कि गांधी जी के भारत आगमन के पूर्व आजादी के लिए किए गए प्रयास एक क्षेत्र तक सीमित रहे और उन्हें अखिल भारतीय नहीं कहा जा सकता। इन प्रयासों के करने वालों की संख्या भी कम ही थी।
अंग्रेजो ने भारत में भारतीयों की मदद से शासन किया। दो सौ वर्षों में कभी भी भारत में मौजूद अंग्रेजों की संख्या 30 हजार से अधिक नहीं थी। गांधी जी के असहयोग आंदोलन के कारण लाखों लोग उनसे जुड़ते गए और इस अखिल भारतीय आंदोलन के कारण अंग्रेजों का भारत में शासन करना मुश्किल हो गया और अंतत: उन्हें भारत से भागना पड़ा। बहरहाल, लॉर्ड मैकाले ने ब्रिटिश संसद में प्रस्ताव रखा कि भारत में अंग्रेजी भाषा पढ़ाई जाए और यह शिक्षा का माध्यम भी बने। मैकाले का मत था कि अंग्रेजी भाषा सीख जाने वाले लोग सरकारी नौकरी करेंगे। प्रशासन तंत्र मजबूत बनेगा।
लॉर्ड मैकाले ने यह भी कहा कि भारत एक अनंत देश माना जाता है। अत: अंग्रेजी भाषा इस अनंत देश में लंबे समय तक बनी रहेगी। मैकाले को भय था कि इंग्लैंड चारों ओर समुद्र से घिरा है अत: समुद्र में तूफान आने पर डूब भी सकता है। मैकाले का कथन था कि अंग्रेज व्यक्ति के जीवन से अधिक महत्वपूर्ण है अंग्रेजी की रक्षा। इस तरह विंस्टन चर्चिल जैसे नेता के जीवन से जरूरी है शेक्सपियर की रक्षा करना।भारत में स्वतंत्रता की अलख जगाने वाले महात्मा गांधी, बाबा साहेब अम्बेडकर और पंडित जवाहर लाल नेहरू आदि अनेक लोग इंग्लैंड के विश्वविद्यालयों से पढ़कर भारत आए थे।
सर रिचर्ड एटनबरो ने 'गांधी' बायोपिक की रचना की जिस फिल्म को अंतरराष्ट्रीय सफलता मिली। कुछ समय पूर्व ही एक नेता ने गोडसे की तस्वीर पर माला चढ़ाई। गोडसे को आभा मंडित करने वाली फिल्म का नाम है 'नाईन अवर्स टू रामा'। इस तरह के फूहड़ प्रयास भी किए गए हैं। कमल हासन की फिल्म 'हे राम' में एक दृश्य है, जिसमें एक बंदूक, महिला का स्वरूप लेते हुए प्रस्तुत की गई है। उन्हें यह याद रहा कि बंदूक स्त्रीलिंग है परंतु वे भूल गए कि ट्रिगर अर्थात बंदूक का घोड़ा पुल्लिंग है। हिंसा की अमानवीय प्रवृत्ति को लिंग भेद में नहीं उलझाया जाना चाहिए।
'लगे रहो मुन्ना भाई' की सफलता ने कुछ समय तक गांधीवाद को लोकप्रिय बनाए रखा। उन दिनों गांधी साहित्य भी खूब लोकप्रिय रहा परंतु सकारात्मकता कम समय तक बनी रहती है। गोडसे कल्ट की वापसी आश्चर्यजनक है और दुखद भी है। महात्मा गांधी के आदर्श सर्वकालीन सत्य हैं। उनकी तस्वीर करेंसी नोट पर मुद्रित है। उनके आदर्श जीवन में व्यवहारिक बनाए जाना आवश्यक हैं। करंसी नोट का अंतरराष्ट्रीय मूल्य घटता-बढ़ता है ,परंतु गांधीवाद शास्वत सत्य है।


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