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- कहां से उठा शरद पवार...

संयम श्रीवास्तव | शरद पवार (Sharad Pawar) जिन्हें भारतीय राजनीति का वह वज़ीर माना जाता है, जिसने कई राजाओं के साथ काम किया है. लेकिन वह अब खुद राजा बनना चाहता है और लोकतंत्र में राजा प्रधानमंत्री होता है. जो प्रधानमंत्री नहीं बन पाते वो राष्ट्रपति बनकर अपनी राजनीतिक पारी खत्म करने की बात सोचते हैं. जैसे प्रणब मुखर्जी (Pranab Mukherjee) कभी भारत के प्रधानमंत्री नहीं बन पाए तो उन्होंने कांग्रेस पार्टी (Congress Party) में खुद अपनी इच्छा व्यक्त कर राष्ट्रपति बनने का सौभाग्य प्राप्त किया. बीते कई दिनों से राजनीतिक गलियारे में यह खबर ज़ोर पकड़ रही थी कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए शरद पवार विपक्ष के उम्मीदवार होंगे. माना जा रहा था कि इस पूरे समीकरण के पीछे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) का हाथ है, क्योंकि वह लगातार शरद पवार से मुलाकात कर रहे थे और साथ ही साथ गैर NDA दलों से भी उनकी बातचीत चल रही थी. बंगाल चुनाव के दौरान तो तकरीबन तीन बार प्रशांत किशोर, शरद पवार से मिले. लेकिन शरद पवार का राष्ट्रपति के उम्मीदवार वाली बात ने तब जोर पकड़ी जब प्रशांत किशोर ने मंगलवार को यानि 13 जुलाई को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की.