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- समान हक की लड़ाई
NI एडिटोरियल। महिलाएं कहीं भी हों, अपने हक के लिए उन्हें लंबी लड़ाई लड़नी पड़ती है। अगर एक मोर्चा फतह होता है, तो दूसरा सामने आकर खड़ा हो जाता है। यही कहानी अमेरिकी फुटबॉल के ढांचे में देखने को मिल रहा है। वहां काम की परिस्थितियां अब भले काफी हद तक महिला फुटबॉल खिलाड़ियों के अनुकूल हो गई हों, लेकिन समान वेतन के मुद्दे पर वहां अभी भी कोई सहमति नहीं बनी है। इसलिए मशहूर खिलाड़ी मेगन रेपिनो और उनकी साथी खिलाड़ी अब अदालत के पुराने फैसले के खिलाफ ऊंची अदालत में अपील करेंगी। अमेरिका की महिला फुटबॉल खिलाड़ी पुरुष खिलाड़ियों के साथ जिस बराबरी के लिए संघर्ष कर रही हैं, वह सिर्फ समान मेहनताने का मामला नहीं है। बल्कि उसमें किस क्लास में हवाई यात्रा होगी, किस होटल में खिलाड़ियों को ठहराया जाएगा, कहां ट्रेनिंग का आयोजन होगा और ट्रेनिंग के लिए किस स्तर के प्रशिक्षक मिलेंगे, ये सब शामिल था।