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फाइल फोटो
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | भारतीय संविधान में प्राथमिक शिक्षा को अनिवार्य और नि:शुल्क बनाया गया है। सामान्य जन के लिए शिक्षा की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए इसे महत्वपूर्ण प्रावधान किया गया है, लेकिन 19वीं शताब्दी में शिक्षा सामान्य जन की पहुंच से कोसों दूर थी। शिकारियों और जातियों के लोगों को शिक्षा से दूर रखा जाता था। ऐसे समय में तीन जनवरी, 1831 में सतारा जिले के नए गांव में जन्मी सावित्रीबाई ने शिक्षा के महत्व को समझा और महिलाओं और बच्चों के लिए शिक्षा को सरल और सहज बनाने की पहल चलाई।
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सोर्स: prabhatkhabar