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- प्रवर्तन निदेशालय का...
बहुत से लोग पिछले दिनों उच्चतम न्यायालय गए थे। एक साथ नहीं, अलग-अलग समय में अलग-अलग ही गए थे। किसी धरना-प्रदर्शन के लिए नहीं बल्कि अपनी-अपनी याचिकाएं लेकर। उनकी प्रार्थना थी कि प्रवर्तन निदेशालय, जिसे संक्षेप में ईडी कहा जाने लगा है, किसी को गिरफ्तार न कर सके, ऐसा आदेश उच्चतम न्यायालय जारी करे। उच्चतम न्यायालय के पास ऐसी बहुत सी याचिकाएं एकत्रित हो चुकी थीं। फिलहाल ईडी के पास यह अधिकार है कि वह धनशोधन निवारण अधिनियम के अंतर्गत किसी को गिरफ्तार कर सकता है। धनशोधन का अभिप्राय ऐसे धन से है जिसे गलत तरीके से कमाया गया है और अब गलत तरीकों से ही उस काली कमाई को सफेद बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस प्रकार की काली कमाई देश में आतंकवाद, अपराध बढ़ाने का काम तो करती ही है, इससे देश की एकता और अखंडता को भी खतरा पहुंचता है। आतंकवादियों के पास बहुत सा पैसा इसी तरीके से आता है। कश्मीर में आतंकवाद के प्रसार में तो ज्यादा पैसा इसी तरीके से एकत्रित किया जाता रहा है। जब से ईडी ने कश्मीर में इस प्रकार के धंधे में लगे नेताओं पर शिकंजा कसा है तब से वहां आतंकवादी व पत्थरबाज़ी की घटनाओं में कमी आई है।
By: divyahimachal