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- किसान आंदोलन - कोर्ट...
रवीश कुमार जिस देश में आज़ादी की लड़ाई का आंदोलन 1857 से 1947 तक अलग अलग रूप में चला हो, उस देश के सुप्रीम कोर्ट में शाहीन बाग धरने के बाद किसानों के धरने को लेकर चल रही बहस में अजीब अजीब किस्म के सवाल उठ रहे हैं कि आंदोलन कब तक चलेगा, क्यों चल रहा है, अनंत काल के लिए सड़कें बंद नहीं हो सकती हैं. आज़ादी की लड़ाई और उसके बाद के तमाम धरना प्रदर्शनों का इतिहास देखिए उनके साथ मैदानों के नाम अमर हो गए जो शहर के बीचों बीच हुआ करते थे. अब प्रदर्शन के मैदानों को सरकार और जनता की नज़र से दूर करने का काम पूरा हो चुका है. प्रदर्शन से पहले अनुमति मांगने की प्रक्रिया भी जटिल हो चुकी है और कई बार अनुमति भी नहीं मिलती. पिछले दो साल से सुप्रीम कोर्ट में प्रदर्शन करने के अधिकार, जगह औऱ समय को लेकर बहस हो रही है. नागरिक और वकील ही इस मसले को कोर्ट में लेकर गए हैं. हर बार कोर्ट ने प्रदर्शन करने के अधिकार को मान्यता दी है लेकिन इस दौरान जो टिप्पणियां आ रही हैं उनसे मिल रहे संकेतों को नज़रअंदाज़ भी नहीं किया जा सकता है.