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- पर्यावरण दिवस विशेष :...

वायुमंडल में कॉर्बन उत्सर्जन को रोकने के लिए 15 वर्ष की आयु में तख्ती पर 'जलवायु के लिए स्कूलबंदी' का नारा लिए स्वीडन की संसद के बाहर प्रदर्शन करने वाली विश्व प्रसिद्ध पर्यावरण कार्यकर्ता स्वीडन की ग्रेटा थनबर्ग ने बिल्कुल सही कहा है कि जब वह 75 वर्ष की होगी तो सम्भवतः बच्चे पूछेंगे, 'तुमने पर्यावरण को बचाने के लिए उस समय कुछ क्यों नहीं किया जब करने का समय था। तुम कहते हो तुम अपने बच्चों को सबसे ज़्यादा प्यार करते हो और तुम ठीक उनकी आंखों के सामने उनके भविष्य को छीन रहे हो।' हमारी हर सांस पर्यावरण की शुद्धता पर निर्भर करती है। अपने प्रदेश, देश या विश्व की बात करें तो हमारी आबोहवा विषैली और दमगोट होती जा रही हैं। हिमाचल प्रदेश जैसे प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर राज्य में भी प्रदूषण अपनी दस्तक दे देता है। अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में यहां प्रदूषण सामान्य स्तर से बढ़ जाता है। बद्दी, नालागढ़, परवाणू, कालाअंब, सुंदरनगर और पहाड़ों की रानी शिमला भी प्रदूषण की चपेट में आ जाते हैं। 2021 की विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट के अनुसार भारत की राजधानी दिल्ली को सबसे प्रदूषित राजधानी शहर का दर्जा दिया गया है। बंगलादेश को सबसे प्रदूषित देश कहा गया है जबकि रिपोर्ट के अनुसार भारत पांचवां सबसे प्रदूषित देश। दुनिया के शीर्ष 15 सबसे प्रदूषित शहरों में से 10 अकेले भारत में हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की 2022 की वायु गुणवत्ता रिपोर्ट के अनुसार संसार के 99 प्रतिशत लोग कमोबेश अशुद्ध सांस लेते हैं। समझना आसान है कि मानव किस कदर विनाश की ओर बढ़ रहा है। यह कहना अनुचित नहीं कि इस स्थिति के लिए मानव स्वयं जिम्मेदार है। जांबिया के लुसाका में स्थित चिडि़या घर के एक पिंजरे के बाहर नोटिस लगा है जिसमें लिखा है-दुनिया का सबसे ख़तरनाक जानवर।
सोर्स - divyahimachal
