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- दुश्मन ड्रोन
पाकिस्तान के हाथों में जैसे एक नया हथियार लग गया है, जिसका इस्तेमाल वह धड़ल्ले से कर रहा है। यह बड़े खतरे की बात है कि इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में भी ड्रोन की घुसपैठ सामने आई है। और तो और, जब भारत में जम्मू एयरबेस क्षेत्र में ड्रोन से हमला हुआ था, तभी इस्लामाबाद स्थित उच्चायोग पर ड्रोन मंडरा रहा था। तो क्या सुनियोजित रूप से पाकिस्तान की ओर से ड्रोन का इस्तेमाल जासूसी और सैन्य हमले के लिए किया जा रहा है? बीते शनिवार की रात इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के रिहाइशी खंड में ड्रोन के उड़ने का क्या मतलब है? भारत ने उचित ही आधिकारिक रूप से पाकिस्तान के सामने आपत्ति जताई है। अपनी सुरक्षा के प्रति यथोचित मंचों पर चिंता का इजहार जरूरी है। पाकिस्तान को ऐसी हरकत से बाज आना चाहिए। ड्रोन अब कोई खिलौना नहीं है, इसका विशेष सामरिक महत्व है। यह न केवल घातक सिद्ध हो सकता है, बल्कि इसके जरिए कूटनीतिक-सामरिक जासूसी संभव हो सकती है।