सम्पादकीय

नोटा का विकल्प चुनने पर संज्ञान ले चुनाव आयोग

Gulabi
22 Nov 2021 4:29 AM GMT
नोटा का विकल्प चुनने पर संज्ञान ले चुनाव आयोग
x
संज्ञान ले चुनाव आयोग

हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव के बाद जीतने वाले उम्मीदवारों ने जश्न मनाया और पराजित होने वाले उम्मीदवारों ने भीतरघात का ब्रह्मास्त्र छोड़ा। मंडी संसदीय क्षेत्र में हार-जीत का मार्जिन 7490 रहा जबकि नोटा को 12661 मत मिले। जुब्बल-कोटखाई में 6293 के अंतर से जीत-हार हुई जबकि 176 लोगों ने नोटा का बटन दबाया। अर्की में हार-जीत 3219 वोटों से हुई जबकि 1626 लोगों ने नोटा विकल्प चुना। फतेहपुर में हार-जीत का मार्जिन 5789 रहा, जबकि 389 लोगों ने नोटा को चुना। 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में सारे प्रदेश में 33968 लोगों ने नोटा विकल्प चुना था। नोटा का विकल्प चुनना मतलब लोगों को चुनावी रण में उतरे उम्मीदवारों में से कोई भी उम्मीदवार पसंद नहीं। यह विकल्प मतदाताओं की नाराजगी प्रकट करता है। चुनाव आयोग को इस नाराजगी पर संज्ञान लेना चाहिए।


-अनिल शर्मा नील, बिलासपुर


Next Story