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- महिलाओं को कमतर दिखाने...
भूपेंद्र सिंह| देशकाल की सीमाओं से परे दुनिया भर में आपदा अपने चाहे किसी भी स्वरूप में क्यों न आए, उसके सर्वाधिक दुष्परिणाम आधी आबादी यानी महिलाओं के हिस्से में आते हैं। इसकी पुष्टि अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आइएलओ) की हालिया रिपोर्ट से होती है। आइएलओ की रिपोर्ट बताती है कि कोविड-19 ने पुरुषों की तुलना में महिलाओं की नौकरी को ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। एक ओर वे महिलाएं हैं जिन्हें उनके नियोक्ताओं ने आर्थिक मंदी के चलते काम से बाहर कर दिया और दूसरी ओर वे जिन्होंने बीते डेढ़ साल में पारिवारिक जिम्मेदारियों के निरंतर बढ़ते दबाव के कारण स्वयं रोजगार छोड़ दिए। अमूमन यह तर्क दिया जाता है कि जब महिलाएं काम से बाहर हो रही थीं तभी पुरुषों के भी रोजगार छीने गए इसलिए सिर्फ महिलाओं की बात करने का कोई औचित्य नहीं बनता है, परंतु क्या वास्तविकता इतनी भर है या इससे इतर कुछ सत्य ऐसे भी हैं, जिनकी चर्चा हम जानबूझकर नहीं करना चाहते?