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- भारत को जोड़ने में...
प्रो. निरंजन कुमार : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम के पिछले संस्करण में राष्ट्र निर्माण के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण बात कही, लेकिन सकारात्मक के बजाय सनसनीखेज मुद्दों में दिलचस्पी रखने वाले तथाकथित बुद्धिजीवियों-विश्लेषकों का ध्यान उस पर नहीं गया। प्रधानमंत्री ने देश के विकास के लिए आजादी की लड़ाई के समय जैसी एकजुटता की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि जैसे महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारत छोड़ो आंदोलन चला था, वैसे ही आज हर भारतीय को भारत जोड़ो आंदोलन में शामिल होना है। भारतीय संविधान की प्रस्तावना में उल्लिखित बंधुत्व एवं राष्ट्र की एकता और अखंडता को प्रतिध्वनित करता मोदी का भारत जोड़ो आंदोलन का आह्वान तब और भी जरूरी है, जब जाति, मजहब, क्षेत्र और भाषा आदि के बहाने 'टुकड़े टुकड़े गैंग' और नेताओं-बुद्धिजीवियों की एक जमात भारत को तोड़ने में लगी है। इस भारत जोड़ो आंदोलन के सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, राजनीतिक और र्आिथक इत्यादि कई आयाम हो सकते हैं, परंतु शिक्षा क्षेत्र की इसमें अहम भूमिका होगी।