सम्पादकीय

Editorial: भारत माता के वीर सपूतों

Gulabi Jagat
13 Aug 2024 10:39 AM GMT
Editorial: भारत माता के वीर सपूतों
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Editorial: शहीदों के बलिदानों को
हम गीतों में गुनगुनाएंगे
नया सवेरा आजादी का, लाया जिसने
उनकी गाथा इस जग को सुनाएंगे
अपने जीवन संग जवानी झोंकी
आजादी के संग्राम में,
भारत माता के वीर सपूतों
तुम्हारे संघर्षों की कहानी
हम जहां को सुनाएंगे
शौर्य गाथा गायेंगे
इस जहां को सुनाएंगे
स्वतंत्रता का सम्मान रख
आजादी महोत्सव मनाएंगे
संघर्षमय जीवन जी कर
दे दी है अपने लहू की कुर्बानी
भारत माता के वीर सपूतों
नमन तुम्हारे संघर्षों को,,
नमन तुम्हारे संघर्षों को,,
गुलामी की जंजीरों को तोड़
जब देश हुआ आजाद
सालों के अंग्रेजी दासता से
हुए हम आजाद
जश्न आजादी मना रहे हम हर साल
झलकती है भावना देशभक्ति की जब
भारत माता की रक्षा में
न्योछावर कर देते अपना तन
श्रद्धांजलि अर्पित है
उन स्वतंत्रता सेनानियों को
जिनके त्याग और बलिदान की
कहानी कहती है यह आजादी
श्रद्धांजलि अर्पित है
उन वीर जवानों को
भारत माता के वीर सपूतों को
उनके संघर्षों को,
उनके बलिदान को,
भारत मां के वीर सपूतों
नमन तुम्हारे संघर्षों को,,
नमन तुम्हारे संघर्षों को,,
भारत माता के वीर सपूतों
नमन तुम्हारे संघर्षों को
किया बलिदान अपने प्राणों का
एक मां का आंचल सुना कर
भारत मां को गले लगाया
कितनों घरों के चिराग बुझ गए
और कितनों को तुमने किया रौशन
भारत माता के वीर सपूतों
नमन तुम्हारे संघर्षों को
देशभक्ति की भावना को
हृदय से हम गायेंगे
मातृभूमि के चरणों में
अपना शीश झुकाएंगे
अमर हो गए धरा में उनके बलिदान
नमन नमन नमन
तुमको बारंबार वीर जवान।




रचनाकार
कृष्णा मानसी
बिलासपुर छत्तीसगढ़
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