सम्पादकीय

मास्क ना भूलें

Subhi
20 April 2022 3:36 AM GMT
मास्क ना भूलें
x
इधर जिस तेजी से देश के कई इलाकों में कोरोना के मामले बढ़े हैं, उसने एक बार फिर महामारी के फैलने की चिंता पैदा की है। इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश ने अपने यहां सात जिलों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है

नवभारत टाइम्स: इधर जिस तेजी से देश के कई इलाकों में कोरोना के मामले बढ़े हैं, उसने एक बार फिर महामारी के फैलने की चिंता पैदा की है। इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश ने अपने यहां सात जिलों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है तो हरियाणा ने अपने चार जिलों में। दिल्ली में दो हफ्ते पहले मास्क की अनिवार्यता खत्म की गई थी। यहां पॉजिटिविटी रेट खतरनाक लेवल पर पहुंच चुका है। इसे देखते हुए डीडीएमए ने कोरोना प्रोटोकॉल को लेकर फिर से बैठक बुला ली है। वहीं पंजाब में भी चंडीगढ़ और पटियाला प्रशासन ने जिले के लोगों से मास्क पहनने का आग्रह किया है। कहीं पर मास्क ना पहनने पर जुर्माने का प्रावधान किया गया है तो कहीं पर लोगों से मास्क पहनने की रिक्वेस्ट की जा रही है। आंकड़े गवाह हैं कि दिल्ली और इससे लगे हरियाणा और उत्तर प्रदेश के इलाके इन दिनों कोरोना के हॉटस्पॉट बने चुके हैं। दो से तीन हफ्ते पहले जब यहां की सरकारें मास्क हटाने का एलान कर रही थीं, तब भी विशेषज्ञ कह रहे थे कि मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को हटाना कहीं ना कहीं जल्दबाजी भरा कदम हो सकता है।

यह वही समय था, जब चीन को अपने कुछ शहरों में कोरोना के चलते सख्त लॉकडाउन लगाना पड़ा था। खुद आईसीएमआर के विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार तेजी से बढ़ते मामलों के पीछे प्रमुख वजह यही दिख रही है कि लोगों ने मास्क पहनने बंद कर दिए और कोविड प्रोटोकॉल लगभग भूल गए। अभी भी देरी नहीं हुई है। कोविड प्रोटोकॉल को लेकर देशभर में फिर से जागरूकता बढ़ानी होगी। मास्क और वैक्सीन संक्रमण को रोकने में कितने मददगार हैं, इसकी याद दिलानी होगी। वैक्सीन के मामले में इधर प्रिकॉशन डोज को अच्छा रेस्पॉन्स नहीं मिला है। इसकी वजहें साफ हैं। प्रिकॉशन डोज सिर्फ निजी अस्पतालों में लग रही हैं। यह बात सही है कि वैक्सीन कंपनियों ने हाल में टीकों की कीमत घटाई है। फिर भी देश में काफी लोगों के लिए इनका खर्च उठाना मुश्किल होगा। अच्छा हो, सरकारी केंद्रों में भी बूस्टर डोज लगाई जाए। एक तथ्य यह भी है कि सरकारें कोविड टेस्ट भी पूरी ताकत से नहीं कर रही हैं, जिससे कि महामारी कितनी फैल चुकी है, इसका ठीक-ठीक पता चले। इसलिए टेस्ट की संख्या भी बढ़ाई जानी चाहिए। इससे संक्रमण की सही तस्वीर का पता चल पाएगा। कुल मिलाकर, हाल में महामारी को लेकर जो ट्रेंड दिख रहा है, उसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि सिर्फ दिल्ली, हरियाणा या उत्तर प्रदेश में ही नहीं, सभी प्रदेशों को अभी मास्क अनिवार्य रखना चाहिए क्योंकि कोरोना अभी गया नहीं है।


Next Story