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फाइल फोटो
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | अमरीका ने भारत सरकार से कुछ सेटेलाइट तस्वीरें साझा की हैं कि चीन एलएसी के सरहदी इलाकों में किस तरह बुनियादी ढांचे का विस्तार कर रहा है। उसने भारत-भूटान-चीन सीमा पर 9-10 किलोमीटर अंदर एक बस्ती बनाई है। हालांकि यह भूटान के एक गांव की ज़मीन पर बनाई गई है। सेटेलाइट तस्वीरों के जरिए खुलासा हुआ है कि चीन सिक्किम के पास एक गांव में अच्छा-खासा निर्माण कर रहा है। हालांकि चीन अब सिक्किम को भारत का हिस्सा मानता है। डोकलाम में भी चीनी सेना का जमावड़ा बढ़ाया जा रहा है। एलएसी के आसपास चीनी सेना किस तरह हथियारों की तैनाती कर रही है, इसके मद्देनजर भी अमरीका ने भारत को सचेत किया है। इन हलचलों के बावजूद रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि युद्ध के कोई आसार नहीं हैं। चीन औसतन 300-400 बार सालाना घुसपैठ करने की रणनीति पर काम करता रहा है। आज भी 43-45,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय भूमि चीन के कब्जे में है। केंद्र में कांग्रेस नेतृत्व की यूपीए सरकार के दौरान तत्कालीन रक्षा मंत्री प्रणब मुखर्जी ने एक सवाल के जवाब में संसद को अवगत किया था कि भारत की करीब 43,180 वर्ग किलोमीटर ज़मीन पर चीनी कब्जा है, लेकिन कांग्रेस प्रवक्ता अनुमा आचार्य और ओवैसी की पार्टी के नेता वारिस पठान के ऐसे बयान हास्यास्पद हैं कि चीन भारतीय सीमा में 1000 किमी. तक अंदर घुस आया है।