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- प्रतीकों का त्याग
Written by जनसत्ता: महारानी एलिजाबेथ के युग के बाद क्या कुछ और देश बारबाडोस की राह पर चलेंगे? महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु के बाद भी क्या यूनाइटेड किंगडम का वर्चस्व राष्ट्रमंडल देशों पर बना रहेगा? यूनाइटेड किंगडम पर सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली शासक, जिन्होंने 70 से अधिक वर्षों तक शासन किया, न केवल एक युग के अंत का प्रतीक है, बल्कि ब्रिटिश राजशाही के लिए भी एक संकेत हो सकता है।
यह एक महत्त्वपूर्ण मोड़ होगा चौदह राष्ट्रमंडल देशों के लिए भी, क्योंकि एक महत्त्वपूर्ण परिवर्तन हुआ है कि इन देशों में सामाजिक-आर्थिक परिवेश में एलिजाबेथ-युग के बाद लोगों का अपने संविधान की मांग का तूल पकड़ना, कई राष्ट्रमंडल देशों में गणतंत्र की स्थापना की सुगबुगाहट दरअसल ऐतिहासिक उपनिवेश संबंधों को लेकर एक संकेत है। संभव है कि अपने शासनकाल के दौरान मौजूदा राजा चार्ल्स, रानी के उत्तराधिकारी के कार्यकाल में कई राष्ट्रमंडल देश भी बारबाडोस के नक्शेकदम पर चलें।
बारबाडोस वह देश है जो 2021 में अठाहरवां ऐसा देश बन गया, जिसने अपने राज्य के प्रमुख की भूमिका से ब्रिटिश सम्राट को हटा दिया और उन्हें एक राष्ट्रीय सरकार के अधिकारी के साथ प्रतिस्थापित किया है। साधारण शब्दों में अब वहां के शासक ब्रिटिश राजा या रानी की छत्रछाया में शासन नहीं करेंगे, बल्कि अपने संविधान के तहत शासन करेंगे।
देश में महिलाओं के साथ होने वाली घटनाओं हिसंक घटनाओ की बात करे तो यह रुकने के नाम ही नहीं ले रही है, लेकिन अगर किसी लड़की का नहाते समय वीडियो उसके साथ मे पढ़ने वाली छात्रा बना कर चारों तरफ फैला दे तो इससे शर्मनाक बात और क्या हो सकती है। यह घटना चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में हुई, जहां के छात्रावास में एक छात्रा अक्सर वहां रहने वाली लड़कियों के वीडियो बनाती थी और अपने एक दोस्त को भेजती थी।
जैसे ही छात्राओं को पता चला तो विश्वविद्यालय में हड़कंप मच गया। छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया और नारेबाजी शुरू हो गई। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर स्थिति को संभालने की कोशिश की। आरोपी छात्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं एक टीम शिमला से लड़के को गिरफ्तार करने के लिए भेजी गई है। छात्रावास में इस तरह की घटनाएं घटित होना अत्यंत दुखद है। इसके लिए निश्चित रूप से वीडियो बनाने वाली संबंधित छात्रा जिम्मेदार है, लेकिन इसके पीछे अगर कुछ और लोग हैं तो उन्हें भी कानून के कठघरे में लाया जाना चाहिए।