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प्रोफेसर राजेश ननरपुरा : मार्केटिंग उपभोक्ता की जरूरत बनाने और उसे पूर्ण करने का काम करता है। इसके लिए मार्केटिंग के व्यक्ति को इस बात की सलाह दी जाती है कि वह उपभोक्ता की दिख रही और छिपी हुई जरुरतों को पहचानें। इसके लिए उसे मार्केट रिसर्च एक्टिविटी करने का परामर्श दिया जाता है। एक बार उपभोक्ता की जरुरत मालूम पड़ने के बाद मार्केटिंग प्रोफेशनल को कंज्यूमर की आवश्यकता को संतुष्ट करते प्रोडक्ट और सर्विस को पूरा करना होता है। अगर कंज्यूमर की आवश्यकता बेहतर कूलिंग की है तो मार्केटिंग प्रोफेशनल को उसे उत्कृष्ट कूलिंग सॉल्यूशन मुहैया कराना होता है। अगर एक संस्थान अपने प्रतिस्पर्द्धियों के मुकाबले बेहतर करने में सफल होता है तो संस्थान की उम्मीदें और आकांक्षाएं बढ़ जाती हैं। इससे कई संस्थानों को फायदा मिलता है। इसमें एक खामी देखने को मिलती है कि कंज्यूमर की जरूरत को उसकी सुविधा से जोड़ दिया जाता है।
