सम्पादकीय

तमाम आरोपों के बावजूद विपक्ष के खिलाफ भगवंत मान का पलड़ा भारी लग रहा है

Rani Sahu
26 May 2022 1:44 PM GMT
तमाम आरोपों के बावजूद विपक्ष के खिलाफ भगवंत मान का पलड़ा भारी लग रहा है
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मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (Bhagwant Mann) को सत्ता में आए अभी दो महीने से थोड़ा ज्यादा ही हुए हैं

एस एस धालीवाल |

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (Bhagwant Mann) को सत्ता में आए अभी दो महीने से थोड़ा ज्यादा ही हुए हैं और उन्हें लोगों के सामने अपनी ईमानदारी की मिसाल दिखा दी. उन्होंने अपने ही मंत्री डॉ विजय सिंगला (Dr Vijay Singla) को बर्खास्त करने के बाद उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दे दिया. डॉ सिंगला पर आरोप है कि उन्होंने बठिन्डा में राज्य सरकार द्वारा स्थापित की जा रही स्वास्थ्य सुविधा के निर्माण पर एक प्रतिशत कमीशन की मांग की थी.
सूत्रों ने कहा कि सिंगला ने अपने भतीजे के जरिए बठिन्डा की एक पार्टी से कमीशन की मांग की थी. पार्टी ने वीडियो रिकॉर्ड कर लिया और मुख्यमंत्री को सौंप दिया. मुख्यमंत्री ने फिर इसे केजरीवाल के सामने उठाया. दिलचस्प बात यह है कि मान ने हाल ही में 15 अगस्त से 'मोहल्ला क्लिनिक' योजना शुरू करने की घोषणा की थी. सिंगला उस योजना के प्रभारी थे. मान सिर्फ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नक्शेकदम पर चल रहे हैं. साल 2015 में दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लाइव टीवी पर तत्कालीन पर्यावरण और वन मंत्री असीम अहमद खान को उन्होंने बर्खास्त कर दिया था.
AAP दोनों राज्यों में एक बड़े खिलाड़ी की भूमिका में आना चाहती है
सिंगला मानसा जिले से आते हैं और बतौर आप उम्मीदवार उन्होंने फरवरी के चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार सिद्धू मुसेवाला को लगभग 63,000 मतों के अंतर से हराया. मुसेवाला पंजाबी पॉप सिंगर हैं. व्यंग्यपूर्ण लहजे में दी गई अपनी प्रतिक्रिया में मुसेवाला ने कहा कि भ्रष्टाचार के बारे में लंबे-चौड़े दावे करने वाले सभी बेनकाब हो गए. राज्य में गंभीर घटनाओं की एक श्रृंखला के मद्देनजर सिंगला के मामले ने मान को अपनी छवि सुधारने का एक बड़ा अवसर प्रदान किया. पटियाला में सांप्रदायिक हिंसा, मोहाली में एक आतंकी हमला और किसान आंदोलन – जो केवल निलंबित है और अभी खत्म नहीं हुआ है – ने AAP की नई सरकार को रक्षात्मक रुख़ अख्तियार करने पर मजबूर किया.
विपक्ष ने पंजाब की आप सरकार को केजरीवाल सरकार का विस्तार बताया था और संवेदनशील सीमावर्ती राज्य को संभालने में मान की क्षमता पर गंभीरता से सवाल उठाया था. दिल्ली के सीएम ने मान का बचाव करते हुए कहा कि अन्य राजनीतिक दल "भ्रष्टाचार के प्रति सहिष्णु" थे और कार्रवाई करने के बजाय संदिग्धों को "बचाते" थे. सिंगला के खिलाफ कार्रवाई कर आप ने पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश और गुजरात में भी एक संदेश दिया है जहां साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. आप दोनों राज्यों में एक बड़े खिलाड़ी की भूमिका में आना चाहती है. आप चाहती है कि कांग्रेस को हटाकर वो खुद बीजेपी के लिए एक प्रमुख चुनौती बन जाए.

सोर्स-tv9hindi.com

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