सम्पादकीय

फिर मंडराता खतरा

Triveni
22 Dec 2022 4:40 AM GMT
फिर मंडराता खतरा
x

फाइल फोटो 

पिछले कुछ समय से कोरोना संक्रमण के मामलों में जैसी गिरावट आई थी

जनता से रिश्ता वबेडेस्क | पिछले कुछ समय से कोरोना संक्रमण के मामलों में जैसी गिरावट आई थी और हर तरफ राहत का माहौल देखा जा रहा था, उससे यह लगने लगा था कि अब शायद दुनिया पहले की तरह सामान्य स्थिति की ओर लौट रही है। लेकिन अब फिर चीन से जैसी खबरें आ रही हैं, वह एक तरह से सतर्क रहने की चेतावनी हैं, ताकि समय रहते कोरोना के फैलाव को रोका जा सके।

गौरतलब है कि कुछ समय पहले चीन कोरोना को पूरी तरह शून्य करने की नीति पर चल रहा था और इसी वजह से वहां सार्वजनिक जीवन और गतिविधियों को लेकर कई स्तर पर अब भी सख्ती कायम थी। कई जगहों पर पूर्णबंदी जैसे हालात थे। लेकिन लगातार बंदिशों से जब वहां लोग परेशान हो गए और इसका विरोध करने लगे तब सरकार ने कुछ हद तक प्रतिबंधों में छूट दे दी।
संक्रमण के मामलों के सीमित होने के दौर में यह एक स्वाभाविक स्थिति थी। लोगों को उम्मीद थी कि महामारी की मार से राहत के बाद अब वे सामान्य जिंदगी जी सकेंगे। मगर पिछले कुछ दिनों के भीतर चीन से आने वाली खबरों में बताया गया है कि वहां फिर से कोरोना विषाणु के संक्रमण में तेजी से बढ़ोतरी होने लगी है और भारी तादाद में लोग इसके शिकार हो रहे हैं।
सब जानते हैं कि इस विषाणु और उसके संक्रमण से उपजी बीमारी की शुरुआत से ही चीन से हुई थी और उसके बांद दुनिया का अनुभव बेहद त्रासद रहा। यही वजह है कि अब एक बार फिर चीन में जब कोरोना संक्रमण से हालात बिगड़ने की खबरें आ रही हैं तब दुनिया के अनेक देशों के साथ-साथ भारत में भी चिंता की लहर दौड़ गई है। खबरों के मुताबिक चीन में स्थिति नियंत्रण से बाहर जा रही है और संक्रमितों के इलाज के लिए अस्पतालों में जगह नहीं मिल पा रही है।
पहले दौर में जब वुहान से विषाणु के संक्रमण की खबरें आर्इं थी, तब शायद वक्त पर अपने-अपने देशों में सावधानी बरतने को लेकर उतनी जागरूकता नहीं आ पाई थी। इसलिए उसका असर भी यह हुआ कि अमूमन सभी देश इसकी चपेट में आए। भारत उससे सबसे ज्यादा बुरी तरह प्रभावित होने वाले देशों में से एक था। इसलिए स्वाभाविक ही इस बार चीन में कोरोना से स्थिति बिगड़ने की खबरें आने के साथ ही भारत में सावधानी बरतने को लेकर जरूरी कदम उठाए जाने लगे हैं।
इसके मद्देनजर बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में संक्रमण से बचाव के लिए हर स्तर पर सावधानी बरतने की बात कही गई है। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में कोरोना के बहुरूपों के असर को सीमित करने से लेकर टीकाकरण की उपलब्धियों को देखते हुए चिंता करने की जरूरत नहीं है, मगर जिस तरह कोरोना के एक बहुरूप ओमीक्रान बीएफ.7 के मामले पाए जाने की खबर आई है, उसमें अपने स्तर पर सावधानी बरतना हर हाल में फायदा ही पहुंचाएगा।
दरअसल, भारत में कोरोना से बचाव के लिए जिस तरह व्यापक स्तर पर टीकाकरण कार्यक्रम चलाया गया और लोगों ने इस मसले पर जागरूकता दिखाई, वह यहां राहत का एक बड़ा कारण है। माना जा रहा है कि टीकाकरण के मामले में भारत को जैसी उपलब्धि मिली है, उसमें अब कोरोना के बहुरूपों के संक्रमण से लोग बचे रहेंगे। टीका बनाने वाली कंपनियों के साथ-साथ सरकार की ओर से भी इस बात का आश्वासन दिया गया था कि टीका कोरोना के खिलाफ एक सुरक्षा दीवार के तौर पर काम करेगा। इसके बावजूद विषाणुओं की प्रकृति को देखते हुए हर स्तर पर सजग रहने की जरूरत है, अन्यथा इसकी मार से उपजी त्रासदी दुनिया देख चुकी है।
Next Story