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- धर्मशाला में फिर छाएगा...
मनीषा दिव्य: संक्रमण के बढ़े मामलों के बीच प्रदेश सरकार ने जरूरी पाबंदियां लगानी शुरू कर दी थीं, जिन्हें अब कुछ हद तक हटा लिया गया है। ऐसे में अगर मार्च महीने में हालात सामान्य न हुए तो दर्शकों का मजा एक बार फिर से किरकिरा हो सकता है। दूसरा, मार्च महीने में धर्मशाला में अकसर बारिश की भी संभावना रहती है। लिहाजा मैच के निर्बाध आयोजन के लिए इंद्रुनाग देवता का आशीर्वाद भी बेहद आवश्यक हो जाता है। बहरहाल, भारत-श्रीलंका क्रिकेट मैच के बहाने एचपीसीए क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में एक बार फिर से खेल गतिविधियों का एक बड़ा मंच सजने जा रहा है, जिसके सफल आयोजन की छांव में हर हिमाचली खुद को गौरवान्वित महसूस करेगा। युवाओं को डिजिटल गेम्स की दुनिया से बाहर निकलकर मैदान में पसीना बहाने की प्रेरणा भी मिलेगी…
हाल ही में संपन्न हुई भारत की प्रतिष्ठित विजय हजारे क्रिकेट ट्रॉफी में हिमाचल प्रदेश की टीम ने चैंपियन बनकर इतिहास रच दिया है। हालांकि बहुत कम लोगों को पता होगा कि इस विजयी टीम के खिलाडि़यों की प्रतिभा को निखारने में धर्मशाला के एचपीसीए क्रिकेट स्टेडियम में मिले प्रशिक्षण का अहम योगदान रहा है। हिमाचल प्रदेश का यह क्रिकेट स्टेडियम हर वर्ष खेल क्षेत्र की अनेक प्रतिभाओं को निखारने का अवसर दे रहा है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों के सफल आयोजन के जरिए हिमाचल प्रदेश को अंतरराष्ट्रीय ख्याति दिलाता रहा है। ऐसे में 15 मार्च को प्रस्तावित भारत-श्रीलंका मैच के बहाने धर्मशाला में एक बार फिर से क्रिकेट का खुमार छाने जा रहा है। खेल जगत की दृष्टि से धर्मशाला का एचपीसीए क्रिकेट स्टेडियम न केवल हिमाचल प्रदेश, बल्कि भारत भर के क्रिकेट प्रेमियों में एक खास पहचान बना चुका है। धौलाधार की खूबसूरत पड़ाडि़यों की तलहटी में बना यह अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम विश्व भर के 10 सबसे सुंदर स्टेडियमों में अपनी पहचान रखता है।
पहाड़ी राज्य में बने इस स्टेडियम की आबोहवा विदेशी खिलाडि़यों को भी खूब रास आती है। यही कारण है कि धर्मशाला में क्रिकेट मैच के लिए खिलाडि़यों से लेकर दर्शकों तक में खासा इंतजार रहता है। पर्यटन नगरी में खेल का यह समर 15 मार्च को फिर से सजने जा रहा है। 15 मार्च को धर्मशाला स्टेडियम में प्रस्तावित भारत-श्रीलंका के बीच टी-20 मैच के लिए बीसीसीआई ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। धर्मशाला के क्रिकेट स्टेडियम का सफर हाल ही में शुरू होने के बावजूद अपनी लोकप्रियता की एक लंबी यात्रा तय कर चुका है। धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम में पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच 27 जनवरी 2013 को भारत-इंग्लैंड के बीच खेला गया था। तभी से इस क्रिकेट स्टेडियम के शानदार सफर की शुरुआत हो गई थी। 16 अक्तूबर 2016 को आखिरी एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच भारत-न्यूजीलैंड के बीच आयोजित हुआ था। इससे पहले दो अक्तूबर 2015 को भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच टी-20 मैच खेला गया था।
बाद में 18 मार्च 2016 को न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया के बीच टी-20 वर्ल्ड कप का मैच भी खेला जा चुका है। इसके अलावा आईपीएल के कई मैच खेले जा चुके हैं। हालांकि 2016 से 2020 तक का समय इस स्टेडियम के लिए शुभ नहीं रहा। वर्ष 2016 में धर्मशाला स्टेडियम में भारत-पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाला टी-20 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच राजनीतिक कारणों से यहां नहीं हो पाया। वहीं, वर्ष 2019 और 2020 में धर्मशाला स्टेडियम में आयोजित होने वाले महत्त्वपूर्ण मैच बारिश के कारण रद्द हो गए। इससे अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम धर्मशाला की मेजबानी पर संकट पैदा हो गया था। अब 15 मार्च को प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय मैच से क्रिकेट दर्शकों के दिलों में एक बार फिर नई उम्मीदें पैदा हुई हैं। उत्तरी भारत के करीब पांच-छह राज्यों के क्रिकेट प्रेमियों की नजरें 15 मार्च को होने वाले मैच पर जमी हुई हैं। मैच के सफल होने से पर्यटन और अन्य गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इसी बहाने क्रिकेट प्रशंसकों को भी स्टेडियम में अपने चहेते खिलाडि़यों को करीब से दीदार का मौका मिलेगा। वर्ष 2003 में 22 हजार 500 दर्शकों के बैठने के लिए बने स्टेडियम को बनाने में हिमाचल प्रदेश के युवा मंत्री (केंद्रीय) अनुराग ठाकुर का विशेष योगदान रहा है। अब बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष एवं एचपीसीए निदेशक अरुण कुमार धूमल ने धर्मशाला स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय मैच करवाने के लिए कड़ी मशक्कत की है।
आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और धर्मशाला स्टेडियम की लोकप्रियता को एक बार फिर ऊंचाइयां मिलने जा रही हैं। हालांकि पिछले दो मैचों की तरह 15 मार्च को प्रस्तावित मैच पर भी खतरे के बादल छाने लगे हैं। प्रदेश में कोरोना के बढ़े मामलों से ऐसा प्रतीत होता है कि महामारी की तीसरी लहर ने प्रदेश में दस्तक दे दी है। संक्रमण के बढ़े मामलों के बीच प्रदेश सरकार ने जरूरी पाबंदियां लगानी शुरू कर दी थीं, जिन्हें अब कुछ हद तक हटा लिया गया है। ऐसे में अगर मार्च महीने में हालात सामान्य न हुए तो दर्शकों का मजा एक बार फिर से किरकिरा हो सकता है। दूसरा, मार्च महीने में धर्मशाला में अकसर बारिश की भी संभावना रहती है। लिहाजा मैच के निर्बाध आयोजन के लिए इंद्रुनाग देवता का आशीर्वाद भी बेहद आवश्यक हो जाता है। बहरहाल, भारत-श्रीलंका क्रिकेट मैच के बहाने एचपीसीए क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में एक बार फिर से खेल गतिविधियों का एक बड़ा मंच सजने जा रहा है, जिसके सफल आयोजन की छांव में हर हिमाचली खुद को गौरवान्वित महसूस करेगा। इसी बहाने युवाओं में डिजिटल गेम्स की दुनिया से बाहर निकलकर मैदान में पसीना बहाने की प्रेरणा भी मिलेगी। इसीलिए मैच के सफल आयोजन के लिए अभी से दुआओं का दौर शुरू हो गया है। उम्मीद है कि इस मर्तबा कोरोना के काबू में आने और इंदु्रनाग देवता के आशीर्वाद से क्रिकेट मैच का सफल आयोजन कर एचपीसीए स्टेडियम अपनी गौरवशाली विकास यात्रा को एक बार फिर से आगे बढ़ाते हुए विश्व पटल पर अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज करवाएगा।मनीषा