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- हुर्रियत पर नकेल
अब केंद्र सरकार हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ों पर प्रतिंबध लगाने की तैयारी में है। जाहिर है इसके पीछे निश्चित ही ठोस और जायज कारण हैं। तभी सरकार इस संगठन के धड़ों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम यानी यूएपीए के तहत कार्रवाई के लिए कदम बढ़ाने को मजबूर हुई है। हुर्रियत कांफ्रेंस कश्मीर का अलगाववादी संगठन है। इसके नेता चाहे वे कट्टरपंथी धड़े को हों या उदारवादी गुट के, कश्मीरी अवाम के हितों और उसके लिए संघर्ष का दावा करते रहे हैं। लेकिन ये नेता जिस तरह की राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को अंजाम देते रहे हैं, वे भी किसी से छिपी नहीं हैं। ताजा मामला पाकिस्तान के कॉलेजों में कश्मीर के छात्रों को सीटें दिलाने से जुड़ा है। हुर्रियत नेता कश्मीरी छात्रों से मोटी रकम लेकर उन्हें पाकिस्तान के कॉलेजों में एमबीबीएस और इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रमों में दाखिला दिलाते थे। इससे जो पैसा मिलता था, उसका इस्तेमाल घाटी में आतंकी गतिविधियों में अंजाम देने में होता था। इसका पर्दाफाश पिछले साल हुआ था। तब मामला दर्ज हुआ। और हाल में इस सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया।