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- अदालत की चिंता
अदालत की चिंताकोरोना पर सुप्रीम कोर्ट ने भी चिंता जता दी है। अदालत ने तो इसे राष्ट्रीय आपातकाल जैसा बताया है। साथ ही हालात से निपटने के तरीकों को लेकर सरकार से कार्ययोजना मांगी है। कोरोना की दूसरी लहर रोंगटे खड़े कर रही है। हालात से निपटने में केंद्र और राज्य सरकारों की लाचारी भी सामने आ गई है। महामारी की सबसे ज्यादा मार झेल रहे राज्यों महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्यप्रदेश, गुजरात और राजस्थान में अस्पताल आॅक्सीजन की भारी किल्लत से जूझ रहे हैं। ज्यादातर अस्पताल कुछ ही घंटे की आॅक्सीजन के सहारे चल रहे हैं। ये हालात पिछले तीन-चार दिन में कुछ ज्यादा ही बिगड़े हैं। हालत यह हो चली है कि अस्पतालों ने बिस्तर और आॅक्सीजन न होने से नए मरीजों को भर्ती करना ही बंद कर दिया है। गौरतलब है कि देश में कोरोना से चौबीस घंटे में मौतों का आंकड़ा दो हजार के ऊपर निकल गया है। इतना ही नहीं, देश में एक दिन में सवा तीन लाख संक्रमित और बढ़ गए। चौबीस घंटे के भीतर इतने संक्रमितों का बढ़ना दुनिया के किसी देश का यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।