सम्पादकीय

साहस दुख को छिपाना और सहना नहीं, साहस दुख को स्‍वीकारना और कहना है

Gulabi
15 Nov 2021 11:14 AM GMT
साहस दुख को छिपाना और सहना नहीं, साहस दुख को स्‍वीकारना और कहना है
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आज की तारीख में वो दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे ज्‍यादा पैसे कमाने वाली सुपरमॉडल है
मनीषा पांडेय।
आज की तारीख में वो दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे ज्‍यादा पैसे कमाने वाली सुपरमॉडल है. उसकी कुल संपत्ति 26 मिलियन डॉलर की है यानी तकरीबन 2 अरब रु. की वो अकेले मालकिन है. एक मामूली सा विज्ञापन करने के लिए वो 10 करोड़ रु. लेती है. उसे साइन करने के लिए कंपनियों कई-कई महीने लंबी कतार में खड़ी रहती हैं. उसके एक-एक मिनट की कीमत करोड़ों में है. जितने देर में आप टूथब्रश करके बाथरूम से बाहर निकलेंगे या जितनी देर में सोशल मीडिया पर अपनी एक पाउट वाली सेल्‍फी पोस्‍ट करेंगे, उतनी देर में वो लाखों रु. कमा लेती है. और इतना सबकुछ हासिल करने वाली दुनिया की ये नंबर वन सुपर मॉडल अभी सिर्फ 25 साल की है.
उसका नाम है बेला हदीद.
बेला हदीदको कौन नहीं जानता. लेकिन यहां बेला का इतना लंबा-चौड़ा परिचय देने के पीछे मकसद सिर्फ ये बताना नहीं है कि बेला दुनिया की सबसे अमीर और सबसे खूबसूरत सुपरमॉडल है, बल्कि ये कि सबसे अमीर और सबसे खूबसूरत होने के बावजूद बेला की जिंदगी में बहुत कुछ ऐसा है, जिसे लेकर उससे ज्‍यादा हमें भ्रम है. हाल ही में उन्‍होंने अपने इंस्‍टाग्राम प्रोफाइल पर एक अमेरिकन सिंगर विलो स्मिथ का एक वीडियो शेयर करते हुए एक लंबी पोस्‍ट लिखी, जिसमें उन्‍होंने खुलकर अपनी भावनाओं और दुख का इजहार किया. उन्‍होंने कहा कि सोशल मीडिया एक भ्रम और झूठ है. यहां तो दिखता है, वो सच नहीं है.
उन्‍होंने विलो स्मिथ को उस वीडियो के लिए शुक्रिया कहा और ये भी कि वो उनसे कितना प्‍यार करती हैं.
विलो ने जो वीडियो शेयर किया था, उसका सार कुछ यूं था-
"अपनी कला को लेकर आप अच्‍छा महसूस कर सकते हैं या असुरक्षित हो सकते हैं. ऐसे ख्‍याल आ सकते हैं कि आप बहुत अच्‍छे हैं या शायद नहीं है. यह सब महसूस करना बहुत सहज है, लेकिन साथ ही मुझे ये भी लगता है कि ये सब हमें सिखाया गया है. हम पर बाहर से थोपा गया है. हर इंसान अलग है, हर इंसान अनूठा है. हर किसी के पास देने को कुछ बहुत खास, बहुत अनूठी चीज है. लोग भूल जाते हैं कि हर इंसान दरअसल एक जैसा ही महसूस कर रहा है. खोया हुआ, उदास, असमंजस में. उसे पता नहीं कि वो क्‍या है, कौन है. हर कोई जिस उदासी और फिक्र को महसूस कर रहा है, हर कोई किसी न किसी तरीके से उस उदासी और फिक्र को छिपाने की कोशिश में है.
अमेरिकन सुपर मॉडल बेला हदीद (तस्‍वीर उनके इंस्‍टाग्राम हैंडल से साभार)हम सब अपनी कमियों और कमजोरियों के साथ एकजुट हैं. अपनी असुरक्षाओं में, अपनी खुशी में एक साथ हैं और यह स्‍वीकार करते हैं कि ये सारी भावनाएं बहुत सुंदर और बहुत नैसर्गिक हैं."
विलो स्मिथ के इस वीडियो से बेला हदीद इतनी पिघल गईं कि अपने मन के गुबार को रोक नहीं पाईं. बेला ने खुलकर अपने दिल की बात कही-
"तुम्‍हारे लिए और तुम्‍हारे शब्‍दों के लिए बहुत-बहुत सारा प्‍यार. इन शब्‍दों को सुनकर ऐसा लगा कि मैं दुनिया में थोड़ी कम अकेली हूं. इसलिए मैं ये पोस्‍ट करना चाहती हूं."
फिर विलो स्मिथ की पंक्तियों को कोट करने के बाद बेला लिखती हैं-
"यह मैं तकरीबन हर रोज महसूस करती हूं. हर दिन, हर रात. पिछले कई सालों से यह मेरा सतत भाव है.
"सोशल मीडिया सच नहीं है. हर कोई, जो संघर्ष कर रहा है, अकेले जूझ रहा है, प्‍लीज इस बात को याद रखना कि सोशल मीडिया भ्रम और दिखावा है. कई बार आप सिर्फ और सिर्फ इतना ही सुनना चाहते हैं कि आप अकेले नहीं हैं. इसलिए मैं तुमसे ये कह रही हूं कि तुम अकेली नहीं हो. मैं तुमसे प्‍यार करती हूं, मैं तुम्‍हें देखती हूं, सुनती हूं, तुम्‍हें महसूस करती हूं. सेल्‍फ हेल्‍प और मेंटल इलनेस/केमिकल असंतुलन एकतरफा चीज नहीं है. यह सब एक आपाधापी में, उतार-चढ़ाव में आपस में एक दूसरे के रास्‍ते में दीवार बनी थपेड़े खाती रहती हैं. इसके अपने उतार-चढ़ाव हैं, अपने पहलू हैं. लेकिन मैं तुमसे कहना चाहती हूं कि सुरंग के आखिर में हमेशा रौशनी होती है. और यह आपाधापी, यह उठापटक एक दिन किसी न किसी बिंदु पर जाकर खत्‍म होती है जरूर. (हमेशा इतनी जगह होती है कि हम फिर शुरू से शुरू कर सकते हैं. मेरे लिए हमेशा ये जानना सुखद रहा कि चाहे कुछ दिनों, हफ्तों या महीनों की बात हो, वह एक बिंदु के बाद जाकर बेहतर हो ही जाता है. मुझे इस बात को समझने और स्‍वीकार करने में बहुत समय लगा. बहुत बार टूटी, बिखरी, टुकड़े-टुकड़े हुई. तब कहीं जाकर ये समझ आया कि अगर आप अपने ऊपर मेहनत करें, अकेले अपने साथ वक्‍त बिताएं और यह समझने की कोशिश करें कि आपको किस बात से चोट लगती है, किस बात से आप ट्रिगर होते हैं, किस बात से खुशी मिलती है तो आप खुद को बेहतर समझ पाएंगे. अपने दुख को बेहतर समझ पाएंगे और उस दुख का मुकाबला कर पाएंगे. आखिरकार हम खुद से यही तो उम्‍मीद कर सकते हैं.
"पता नहीं क्‍यों, लेकिन अपना सच दूसरों के साथ न बांटना अब बहुत मुश्किल लगता है. मुझे देखने और मुझे सुनने के लिए शुक्रिया. बहुत सारा प्‍यार."
इस पोस्‍ट के साथ बेला ने अपनी कई सारी तस्‍वीरें भी सोशल मीडिया पर पोस्‍ट कीं, जो उनकी सुपर मॉडल वाली पॉपुलर और चमकदार छवि के बिलकुल उलट थीं. उन तस्‍वीरें वो रो रही हैं. उनकी आंखें सूजी हुई हैं. चेहरा रोने से लाल पड़ गया है. आंखों में उदासी है.
जिस लड़की को पूरी दुनिया ने सिर्फ फैशन, मेकअप और कैमरे के पर्दे में ही देखा हो, उसका खुलकर इस तरह दुनिया के सामने आना और अपना सच स्‍वीकार करना ये बताता है कि हर इंसान भीतर से दरअसल एक जैसा ही महसूस कर रहा है. चाहे वो सुपर मॉडल हो या कोई साधारण लड़की, जो रोजमर्रा की जिंदगी की जद्दोजहद में है. जो अपनी लड़ाइयों और संघर्ष में अकेली है.
साहस उस संघर्ष, उस दुख को छिपाना और अकेले उसके साथ घुटना नहीं है. साहस उसको स्‍वीकार करना और उसके बारे में बात करना है. साहस उसे दरी के नीचे सरका देना नहीं, साहस उसको देखना, पहचानना और उसे ठीक करने की कोशिश करना है.
जो साहस बेला हदीद ने दिखाया. दुनिया को अपने आंसू, अपनी तकलीफ, अपना अकेलापन दिखाकर.
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