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- कोरोना का दूसरा हमला
सोर्स- आदित्य नारायण चोपड़ा। कोरोना संक्रमण का दूसरा हमला जिस तरह कहर बरपाने की मुद्रा में दिखाई पड़ रहा है उससे बचाव के लिए सभी मोर्चों पर अभी से सन्नद्ध होना पड़ेगा। विशेष रूप से आर्थिक मोर्चे पर भारत की अर्थव्यवस्था अभी तक पटरी पर नहीं आयी है और इसमे लाकडाऊन के दौरान जो भारी गिरावट दर्ज हुई थी उससे उबरने का हल्का सा उभार ही दर्ज हो पाया है, जो समूचे अर्थ तन्त्र की सेहत में हल्के सुधार का परिचय ही कहा जा सकता है। भारत में कोरोना के मामले जिस तरह बढ़ते जा रहे हैं उन्हें देखते हुए पुनः लाकडाऊन लगने की संभावना से ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं क्योंकि समाप्त वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि की दर न केवल नकारात्मक हो गई थी बल्कि यह पूरी तरह उल्टी घूम कर 24 प्रतिशत के करीब नीचे चली गई थी। इसलिए हमें 1 अप्रैल से शुरू नये वित्त वर्ष में बहुत ही सावधानी के साथ कदम उठाने होंगे और प्रत्येक देशवासी को कोरोना लोकाचार का पालन करना होगा।