- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- कोरोना की नई लहर,...
कोरोना की कितनी लहरें आई और कितनी आकर चली गई, मगर भारत के लोगों के हौसले के आगे टिक नहीं पाई। सरकार के दृढ़ निर्णय, इच्छा शक्ति व लोगों के मजबूत इरादों ने सारी लहरें पार की हैं। अब पूरा विश्व एक और लहर को झेलने के लिए मानो मानव जीवन के तट पर विचलित होकर खड़ा है। भारत में इस नई लहर ओमिक्रॉन ने आधे भारत को अपनी लहर में डरा-बहाकर घरों में कैद कर दिया है। एक तरीके से आधा लॉकडाउन लगवा दिया है। लेकिन भारत सरकार वैक्सीनेशन अभियान में तेजी से आगे बढ़ रही है। और तो और अब 15-18 साल के युवाओं के लिए भी स्कूलों में वैक्सीनेशन अभियान चला दिया है जिसके प्रति युवाओं में भारी उत्साह है। भारत में जिस कोरोना के आने पर डर व सहमियत का माहौल था, आज उस भारत में बच्चे भी आगे आकर वैक्सीनेशन लेकर मैदान में योद्धा बनकर डट गए हैं। इन युवाओं के हौसलों को सलाम है जो वैक्सीनेशन अभियान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। विश्व व भारत के वर्तमान परिदृश्य की बात करें तो पूरा मानव समाज कोरोना का ऐसा नाम जिसे सभी धीरे-धीरे भुला कर नई शुरुआत करने की अभी सोच ही रहे थे कि कोरोना ने एक के बाद एक घात लगा दी। कोरोना है तो एक महामारी, लेकिन थोड़े-थोड़े समय के बाद जिस प्रकार से यह अपना घातक अपडेटिड रूप लेकर विश्व मानव समाज में कहर बरपा कर प्राण रक्षा के लिए हाहाकार मचा रही है, यह घटनाक्रम पूरे विश्व को डरा रहा है। जैसे ही लगता है कि अब थोड़ा कहर कम हो रहा है, वैसे ही विश्व के किसी कोने में महामारी का पिछले से अधिक प्रभावी वर्जन सामने आ जाता है, जो सबकी नींद उड़ा देता है। मानो कोरोना वायरस का कहर दुनिया में कम होने की बजाय और अधिक फैल रहा हो, यानी कोरोना वायरस समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रहा। अब हाल ही में दुनिया के कुछ देशों में कोरोना का नया वेरिएंट सामने आ गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने इसे ओमिक्रॉन नाम दिया है। कोरोना के इस नए वेरिएंट को लेकर वैज्ञानिकों का कहना है कि यह अब तक का सबसे घातक और संक्रामक वेरिएंट है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ओमिक्रॉन वेरिएंट में करीब 32 म्यूटेशन देखे गए हैं जिसके कारण डब्ल्यूएचओ की चिंता अधिक बढ़ गई है। सबसे पहले इस प्रकार के मामले की पुष्टि दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों ने अपने देश में इस नए वेरिएंट के होने की पुष्टि की थी। बाद में इजराइल और बेल्जियम में भी यह नया वेरिएंट पाया गया। इसके अलावा बोत्सवाना और हांगकांग ने भी अपने यहां वेरिएंट के मौजूद होने की पुष्टि की।