- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- Corona Crisis: कोरोना...
![Corona Crisis: कोरोना माई की पूजा आस्था है या पाखंड, या फिर लोगों की लाचारगी और बेबसी? Corona Crisis: कोरोना माई की पूजा आस्था है या पाखंड, या फिर लोगों की लाचारगी और बेबसी?](https://jantaserishta.com/h-upload/2021/05/21/1066033-b.webp)
संयम श्रीवास्तव . मानव की प्रवृति (Human Nature) होती है कि जब वह किसी चीज पर विजय (Victory) हासिल नहीं कर पाता तो उसे अपना ईश्वर (GOD) मान लेता है. खासतौर से भारत (India) जैसे देश में, जहां हर कदम पर आपको आस्था (Faith) का एक नया रूप मिलेगा. देश में जब कोरोना (Corona) का कहर टूटने लगा और लोग लाशों के (Dead Body) ढेर में तब्दील होने लगे तब इस महामारी (Epidemic) को भी यहां देवी का रूप दे दिया गया है. तमिलनाडु (Tamil Nadu) में तो बकायदा कोरोना देवी के नाम से एक मंदिर (Temple) बना दिया गया है, जहां लोग परंपरागत तरीके से देवी की पूजा कर रहे हैं और उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं, कि किसी भी तरह से देवी लोगों को इस संकट से बचा लें. ऐसी घटनाएं पूर्वी यूपी, बिहार (Bihar) और असम (Assam) से पिछले साल से ही आ रही है. पूर्वी यूपी में और बिहार में महिलाएं सामूहिक रूप से कोरोना माई की पूजा कर रही हैं.
![Gulabi Gulabi](/images/authorplaceholder.jpg?type=1&v=2)