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- सक्षम भाषा है हिंदी
हिंदी भाषा देश की अधिकतम जनता के लिए सुगम है। इसकी लिपि व शब्दावली प्रत्येक क्षेत्र के लिए उपयोगी तथा अनुकरणीय है। संस्कृत भाषा के शब्द प्राय: सभी भारतीय भाषाओं में मिलते हैं। अत: हिंदी की प्रकृति संस्कृत के अधिक समीप है। इसमें ज्ञान, विज्ञान, अध्ययन आदि सभी विषयों को व्यक्त करने की क्षमता है। हिंदी भाषा इतनी सर्वग्राही व लचीली है कि वह प्राय: सभी प्रकार के प्रचलित भावों, ज्ञान, विज्ञान और प्रचलित शब्दों को अपनाने में समर्थ है। हिंदी भाषा का प्रचार न केवल भारत में ही है, बल्कि विदेशों में भी इसका अधिक प्रचार हो रहा है। अनेक विदेशी विश्वविद्यालयों ने हिंदी को अपने पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया है। इस प्रकार यह भाषा न केवल प्रदेशों को, बल्कि अन्य देशों को एक-दूसरे से जोड़ती है। भारत की सबसे बड़ी विशेषता यहां की धर्मिक व सांस्कृतिक परंपराएं हैं। यहां के लोग तीर्थ यात्रा के लिए सारे देश से समान रूप से जाते हैं। यह भावना सांस्कृतिक एकता को सुदृढ़ करती है।