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- अब चीन का इम्तहान
कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत चीन में हुई। लेकिन तब चीन ने जल्द ही उस पर काबू पा लिया। कुछ महीनों के अंदर वह अपने देश में आम जीवन शुरू करने में सफल रहा। उस कारण बीते साल चीन अकेला बड़ा देश रहा, जिसकी अर्थव्यवस्था ने काबिल-ए-गौर वृद्धि दर हासिल की। चीन ने अपनी इस कामयाबी और अमेरिका की नाकमी को व्यवस्थाओं के संघर्ष में अपने मॉडल की श्रेष्ठता के रूप में पेश किया। उसने बार-बार दावा किया कि उसकी शासन व्यवस्था के केंद्र में आम जन के हित हैं, इसलिए उसने फुर्ती से कदम उठा कर अपनी आबादी को बड़ी तबाही से बचा लिया। जबकि पूंजीवादी दुनिया ऐसा करने में विफल रही। लेकिन अब चीन का ये दावा कसौटी पर है। कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट का कहर चीन पर टूट चुका है। खुद चीनी मीडिया में इसको लेकर शक जताया गया है कि पिछले साल जिन सख्त निवारक उपायों को अपनाया गया था, वे इस बार कामयाब होंगे।