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- चीन को सबक सिखाना

भारत चीन के सैनिक कमांडरों के बीच 31 जुलाई को जो बैठक हुई है उसका नतीजा यही निकाला जा सकता है कि दोनों देश सीमा पर तनाव को कम करने का प्रयास जारी रखेंगे। मगर हकीकत यह है कि चीन के कब्जे में भारत की भूमि पड़ी हुई है जो उसने पिछले वर्ष ही ली थी। तिब्बत से लगती भारत की सीमा पर चीन ने सीना जोरी पिछले वर्ष मई महीने में ही की थी जिसमें जून महीने में दोनों सेनाओं के बीच खूनी संघर्ष भी हुआ था और भारतीय जवान शहीद भी हुए थे। इस शहादत को याद रखते हुए हर भारतवासी का कर्त्तव्य है कि वह यह जाने कि अब सीमा पर स्थिति क्या है और चीन के होश ठिकाने आये हैं कि नहीं। 31 जुलाई को हुई वार्ता का यह 12वां दौर था जिसका परिणाम ज्यादा उत्साहजनक नहीं कहा जा सकता है। मूल प्रश्न यह है कि तिब्बत के इलाके में चीन अपनी पूर्व स्थिति पर गया है अथवा नहीं। इसके साथ ही देपसंग के पठारी या मैदानी इलाके से उसने अपना कब्जा हटाया है या नहीं। इस इलाके में चीन 12 कि.मी. तक अन्दर घुस आया है।
