सम्पादकीय

दिल्ली में चंडीपाठ

Gulabi
8 Aug 2021 10:27 AM GMT
दिल्ली में चंडीपाठ
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सम्पादकीय

सुधीश पचौरी। विपक्षी बोले : मेरी हैकिंग, तेरी हैकिंग, सबकी हैकिंग! जांच कराओ!

सरकार बोली : हैकिंग भैया! रपट लिखाओ। पुलिस बुलाओ!
विपक्ष का कोरस : जांच कराओ जांच कराओ! संसद में पर्चे फेंके हैं, जांच कराओ!
सरकार कहिन कि भैयै, पहले रपट लिखाओ, रपट लिखाओ! सही प्रक्रिया अपनाओ!
मेरा टेसू यहीं अड़ा! मेरा भी टेसू यहीं अड़ा! तड़ातड़ी की अड़ाअड़ी में संसद का यह सत्र सड़ा! संसद से सड़क तक और सड़क से संसद तक सात दिन लगातार महाभारत रहा जारी!
'मेरा फोन टेप हुआ है!' रोते क्यों हो मुन्ना? पुलिस को दे दो! हो जाने दो 'दूध का दूध और पानी का पानी'! ऐसी-ऐसी बातें सुन-सुन कर दूध हो रहा पानी पानी!

'पुलिस आपकी जांच करेगी और जांच आपको साफ करेगी'। 'नहीं नहीं जी! बड़ी अदालत की निगरानी में पेगासस की जांच कराओ! जांच कराओ!
फिर एक दिन दीदी ने बंगाल की ओर से न्यायिक जांच बिठा दी। अब राज्य की कमेटी करेगी केंद्र की जांच! है न अद्भुत 'रिवर्स जनतंत्र'! केंद्र से ऊपर राज्य! बंगाल की जांच सच्ची! केंद्र की झूठी!
संसद बंद रही सात दिन सात रात! संसद नहीं चली सात दिन सात रात! जब तक जांच नहीं तब तक संसद नहीं! एक भक्त एंकर रोया : हे पब्लिक जी! संसद के सत्र में एक मिनट में डेढ़ लाख रुपया खर्च होता है। सात दिन के हंगामे में कितना सार्वजनिक धन गया बेकार! हिसाब लगाना यार!
सच! दो पाटन के बीच में साबुत बचे न कोय!
कि इसी बीच बंगाल का जादू दिल्ली आता है और दिल्ली में 'खैला होबे' की डुगडुगी बजाता है।
सभी विपक्षी देवता देवी की अभ्यर्थना में लाइन हाजिर होकर चंडीपाठ-सा करते दिखते हैं… या देवी सर्वभूतेषु सत्ता रूपेण तिष्ठिता… नमोनम:! देवी प्रसन्न! उनसे मिलीं और इनसे भी मिलीं। देवी से देवी मिलीं, कर कर लंबे हाथ!
दिल्ली के मेले में बंगाल का खेला! तख्त पलट दो ताज पलट दो! दिल्ली का मोदी राज पलट दो!
देवी ने विपक्ष को अभयदान दिया कि अब दिल्ली में भी चंडीपाठ होगा! विपक्ष प्रसन्न! किसी ने तो सुनी उसकी पुकार! अब होगा नया अवतार! दो हजार इक्कीस में दो हजार चौबीस का नया अवतार!

लेकिन सर जी! इतना 'प्री-मेच्योर बेबी' कैसे पलेगा?
एक एंकर ने पूछा कि एक कुर्सी और चौदह दावेदार? कैसे होगा बेड़ा पार! विपक्ष बोला : 2024 से पहले देवी का होगा अवतार! देवी का होगा अवतार! भाजपा प्रवक्ता का कटाक्ष : देवी का स्वागत है, स्वागत है!
फिर एक दिन राहुल भैया ने शुरू किया 'ट्रैक्टर पाठ'! सड़क से संसद तक 'ट्रैक्टर पाठ'! चंडीपाठ आउट! ट्रैक्टर पाठ 'इन'!
बाद में सवाल उठा, कैसे हुआ ट्रैक्टर पाठ? कैसे होने दिया ट्रैक्टर पाठ? बिजली गिरी पुलिस वालों पर! 'ट्रांसफर ट्रांसफर'!
'सरकार ने भारत की आत्मा पर तीर मारा है!' जनतंत्र पर आघात किया है! भाजपा कहिन कि असली आघात तो इमरजेंसी लगा कर आपकी दादी जी ने मारा था!

फिर एक दिन ईद का! एक दिन की छूट! छूट में मिला कोरोना! फिर शुरू कोरोना का रोना!
एंकर चीखे : हिंदू की 'कांवड़' को 'नो नो' और मुसलमानों की 'ईद' को 'यस यस'! सेक्युलर बोले : ऐसा कहने वाला 'कम्युनल'! कांवड़ कम्युनल! ईद सेक्युलर! केरल के कामरेड की ईद सेक्युलर! कोरोना का क्या रोना? वह तो होना ही होना! असली चीज है ईद!

एक दिन भाजपा के येदियुरप्पा जी रोए सो रोए! हाय हाय! क्या इसी दिन के लिए की थी मेहनत! लेकिन देवताओं ने दिया इनाम! बनाया चेले को भगवान!
चर्चक बोले : कांग्रेसी बीमारी! भाजपा पर भी भारी! अंसतोष की बीमारी सब पर भारी!
फिर एक दिन एक देवी जी उवाचीं 'गुंडा बिहारी' तो उस बिहारी ने कहा : बिहार का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान! एक बिहारी सब पर भारी! चैनलों में पूरे दिन होती रही : हाय हाय! हाय हाय!

एक हैं पूर्व हीरोइन मैडम! रोज बेचें चैनलों में शैंपू-योगा! उधर मिस्टर बनाएं, बेचें पोर्न का रोगा भोगा! मैडम कहिन कि ये 'इरोटिका' है 'पोर्न' नहीं! मूरख एंकरो! फर्क करो। 'इरोटिका' यानी 'कामोत्तेजक एक्शन'! कितना गहन ज्ञान है मैडम जी का!
हमने देखा सीसीटीवी! धनबाद की सड़क पर जॉगिंग करते एक जज! टैंपू मारता है टक्कर! मारा जाता है वह जज! देश के प्रधान न्यायाधीश लेते हैं संज्ञान, तब जाकर बैठती है जांच!
जहां जज का यह हाल, वहां आम आदमी का कौन हवाल?
जनसत्ता
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