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- ताउते का कहर
चक्रवात ताउते गोवा से लेकर कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचाता हुआ निकल गया है। अब तक पैंतालीस लोगों के मारे जाने की खबर है। हालांकि अब यह कमजोर पड़ चुका है। लेकिन यह अपने पीछे बर्बादी के जो भयानक मंजर छोड़ गया है, उनसे उबरने में वक्त लगेगा। फिलहाल सबसे बड़ी चिंता मुंबई हाई के पास गहरे समंदर में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने की है। पिछले दो दिन में नौसेना और तटरक्षक के पोत और हेलिकॉफ्टर तीन सौ से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाल चुके हैं। बाईस लोगों के शव मिल चुके हैं। पर अभी भी बाकी पैंसठ लोगों की कोई खबर नहीं मिली है। ये सब वे लोग हैं जो मुंबई हाई के तेल के कुओं पर काम करते हैं और वहीं जहाजों, जो बजरे कहलाते हैं, में रहते हैं। जब ये बजरे ताउते की चपेट में आ गए तो इनसे लोगों को सुरक्षित निकलना नौसेना और तटरक्षक के लिए भी कठिन चुनौती बन गया। हालांकि नौसेना के पोत अत्याधुनिक तकनीक और सुरक्षा उपकरणों से युक्त होते हैं और बड़े-बड़े तूफानों को झेलने की ताकत रखते हैं। लेकिन कुदरत के कहर का अंदाजा किसी को नहीं होता।