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- केयर्न विवाद-वार्ता ही...

आदित्य चोपड़ा| यह सब जानते हैं कि ब्रिटेन की पैट्रोलियम कंपनी केयर्न के साथ हमारा पुराना विवाद चल रहा है। किसी भी लोकतंत्र में न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी विवाद चलते रहते हैं। हमारा यह मानना है कि कोई भी विवाद कैसे भी स्तर पर क्यों न हो उसका हल होना चाहिए और हर विवाद का समाधान बातचीत ही है। कोर्ट कचहरी से कुछ नहीं होता बहरहाल राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां जरूर बन जाती हैं। ब्रिटेन की यह केयर्न एनर्जी पीएलसी के साथ हमारा जो टैक्स विवाद है वह कोई नया नहीं है बहुत पुराना है लेकिन फ्रांस की एक अदालत ने इस मामले में नया आदेश देकर भारत की चिंताएं बढ़ा दी हैं। परंतु फिर भी अच्छी बात यह है कि कंपनी ने वार्ता के द्वार खुले रखे हैं। इसका स्वागत किया जाना चाहिए। यहां तक कि वित्त मंत्रालय ने भी पिछले दिनों फ्रांस की अदालत ने पेरिस में भारतीय संपत्तियों को फ्रीज करने का जो आदेश दिया है उसे लेकर सक्रियता दिखाई है। ऐसे में मोदी सरकार मामले को आगे बढ़ायेगी और वार्ता का प्लेटफार्म खड़ा करती है तो यह एक अच्छा संदेश होगा।
