- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- बूस्टर डोज जरूरी है
x
कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमण के मामले देश में चिंताजनक ढंग से बढ़ रहे हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल और चंडीगढ़ में नए केस पाए जाने के बाद सोमवार को भारत में ऐसे मरीजों की संख्या 38 हो गई।
कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमण के मामले देश में चिंताजनक ढंग से बढ़ रहे हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल और चंडीगढ़ में नए केस पाए जाने के बाद सोमवार को भारत में ऐसे मरीजों की संख्या 38 हो गई। कई अन्य देशों में भी इसका फैलाव उतनी ही तेजी से हो रहा है। अब तक 63 देशों में इसके पहुंचने की डब्ल्यूएचओ पुष्टि कर चुका है। दुनिया में फिलहाल कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले डेल्टा वेरिएंट के माने जा रहे हैं, जो सबसे पहले भारत में पाया गया था। मगर नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के साथ खास बात यह है कि इसका तेज संक्रमण न केवल दक्षिण अफ्रीकी देशों में देखा गया जहां डेल्टा वेरिएंट प्रमुखता में नहीं है, बल्कि ब्रिटेन जैसे देशों में भी पाया गया, जहां डेल्टा ही प्रमुख वेरिएंट है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ओमिक्रॉन के बारे में अभी जो एक बात यकीन के साथ कही जा सकती है, वह है तेजी से फैलने की इसकी क्षमता। यह वैक्सीन के सुरक्षा कवच को भी आसानी से भेदते हुए आगे बढ़ रहा है। इसके लक्षण अभी माइल्ड बताए जा रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञ आगाह करते हैं कि आबादी का जो हिस्सा वैक्सीन के सुरक्षा दायरे से बाहर है, उसके संक्रमित होने पर लक्षण पिछले संक्रमण जितने गंभीर भी हो सकते हैं। इस लिहाज से कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मिले सबक याद रखे जाने चाहिए। भारत में तो अब भी आबादी का एक बड़ा हिस्सा टीकाकरण के दायरे के बाहर है। दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि अपने देश में बच्चों को टीका लगाने का काम अभी शुरू भी नहीं हुआ है। ओमिक्रॉन के बच्चों में भी फैलने को लेकर जानकार खास तौर पर आगाह कर रहे हैं।
जूलियट के मुताबिक, 'दक्षिण अफ्रीका में जो देखा गया है, वही अब दुनिया के बाकी हिस्सों में देखने को मिल रहा है। मुझे लगता है कि भारत में वेरिएंट काफी तेजी से फैलेगा।' उन्होंने कहा कि 'मुझे लगता है कि पहले संक्रमित हुए और वैक्सीनेटेड
Next Story