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- पुस्तक समीक्षा :...
डा. शंकर लाल वासिष्ठ विविध विषयों पर लिख गए आलेखों का संकलन लेकर आए हैं। 'चिंतन के सम्वेदी स्वर' नामक इस पुस्तक में सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक विषयों को लेकर अनेक लेख संकलित किए गए हैं। देशभारती प्रकाशन, नई दिल्ली से प्रकाशित इस पुस्तक का मूल्य 400 रुपए है। भारतीय संस्कृति के बदलते स्वरूप का विवेचन करती पुस्तक संस्कृति के विविध पहलुओं पर प्रकाश डालती है। पुस्तक में वेदों पर भी चर्चा हुई है तथा वैदिक विज्ञान की उपादेयता बखूबी दर्शाई गई है। भारतीय समाज में वर्णाश्रम व्यवस्था पर भी चिंतन किया गया है। इसी तरह भारतीय संस्कृति के पतनोन्मुखी कदम नामक आलेख पाठकों का ध्यान आकर्षित करता है। राष्ट्रीयता के विविध पहलुओं पर भी लेखक ने कलम चलाई है। मौलिक कर्त्तव्यों और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका भी रेखांकित की गई है। पुस्तक में श्री राम को राजनीति के महान आदर्श के रूप में स्थापित किया गया है। राजनीति में पसरते वैचारिक प्रदूषण को भी लेखक ने खूब खंगाला है। देश में बढ़ते भ्रष्टाचार पर भी पुस्तक में चिंतन किया गया है।