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- 'कंप्यूटर जी' से...
सदी के महानायक माने जाने वाले बुज़ुर्ग अभिनेता अमिताभ बच्चन जब कौन बनेगा करोड़पति के शो में कंप्यूटर को कंप्यूटर जी कहकर बुलाने लगे तो उनकी इस अदा पर हम भारतीय बाग-बाग हो गए। यही कंप्यूटर जी आपके लिए कितना बड़ा खतरा हैं, यह शायद आपको अंदाज़ा भी न हो। यह सच है कि आज कंप्यूटर हमारे जीवन का इतना अहम हिस्सा है कि हम कंप्यूटर के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। मोबाइल फोन, कंप्यूटर, इंटरनेट और सोशल मीडिया हमारे जीवन में रच-बस गए हैं और हम इनके इतने आदी हो गए हैं कि हमारा जीवन इनके साथ ही चलता है। कंप्यूटर है तो इंटरनेट है, ईमेल है, सोशल मीडिया है, और यह सब है तो निजता अथवा प्राइवेसी किसी दूसरी दुनिया की चीज़ बन कर रह गई है। ईमेल सेवा देने वाली कंपनियां यानी गूगल, हॉटमेल, याहू और रिडिफमेल आदि आपकी ईमेल पर बारीक निगाह रखकर आपके मन में झांकती हैं और एक संभावित ग्राहक के रूप में आपकी आवश्यकताओं, इच्छाओं आदि का विश्लेषण करती रहती हैं। यह एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है। आपकी छुपी-दबी इच्छाओं के विश्लेषण के बाद भिन्न-भिन्न मार्केटिंग कंपनियां आपको अपने उत्पादों और सेवाओं के प्रस्ताव भिजवाती हैं। समस्या सिर्फ यह है कि आपसे संबंधित जानकारी इतनी मार्केटिंग कंपनियों में बंट जाती है कि आपको विभिन्न प्रस्तावों के ईमेल, जंक मेल और टेलिफोन कॉल्स की बाढ़-सी आ जाती है।