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मोंटेनेग्रो को पार कर गए थे. बाद में क्रोएशियाई सीमा रक्षकों ने उनको पहचान लिया और सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
ये खबर आपको किसी फिल्म की कहानी जैसी लग सकती है, जिसमें एक कपल होटल में गया और वहां रखी शराब की बोतलों को चोरी करके गायब हो गया. फिर महीनों तक पुलिस ने उनका पीछा किया, सबूतों की जांच-परख की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
दरअसल मैक्सिको की एक ब्यूटी क्वीन ने स्पेन के एक होटल से अपने रोमानियाई-डच सहयोगी के साथ मिलकर 13 करोड़ रुपये की वाइन की बोतलें चुरा लीं. इसके बाद उनकी पूरे यूरोप में धर-पकड़ शुरू हो गई और क्रोएशिया से गिरफ्तार कर लिया गया. चुराई गई वाइन की बोतलों में से एक 19वीं सदी की है. इन दोनों के पीछे 9 महीने तक पुलिस लगी रही, जिसके बाद इन्हें गिरफ्तार किया गया.
पुलिस ने बताई पूरी कहानी
बयान में स्पेन की नेशनल पुलिस ने कहा, 27 अक्टूबर 2021 को ककेरेस शहर में 13 करोड़ 44 लाख रुपये की 45 वाइन की बोतलें चुरा ली गई थीं, जिसमें से एक 19वीं सदी की थी. इस अकेली बोतल की कीमत 2 करोड़ 52 लाख रुपये से ज्यादा की थी. इन बोतलों को प्लानिंग के साथ मशहूर होटल-रेस्तरां एल एट्रियो के तहखानों से चोरी कर लिया गया.
स्पेन की मीडिया के मुताबिक 29 साल की मैक्सिको ब्यूटी कॉन्टेस्ट में भाग ले चुकी है. महिला ने एल एट्रियो होटल के वेटर्स का ध्यान बंटाया. उसका 47 वर्षीय सहयोगी मास्टर चाबी की मदद से वाइन के तहखाने में घुसा और 13 करोड़ से ज्यादा रुपये की वाइन की बोतलों को चुरा लिया.
होटल में दिखाए थे फर्जी दस्तावेज
अगले दिन सुबह 5.30 बजे इन लोगों ने चेक आउट कर दिया. होटल में आने के लिए इन्होंने फर्जी स्विस आईडी के दस्तावेज पेश किए थे. इनका मकसद था कि चोरी के बाद कोई भी सबूत होटल में ना छोड़ा जाए. शुरुआत में पुलिस को ये लगा कि इतनी बड़ी चोरी के पीछे कोई संगठित गैंग है. लेकिन बाद में पुलिस ने जब कड़ी से कड़ी जोड़ी तो कई राज खुल गए.
बयान में आगे पुलिस ने कहा कि यह कपल अन्य ग्राहकों की तरह पहले भी होटल में आ चुका है. ये वाइन के तहखाने में भी गए थे.
एल एट्रियो के को-ओनर सोमेलियर जोस पोलो ने कहा, चोरी की गई चीजों में 1806 से प्रतिष्ठित फ्रांसीसी बोर्डो चेटो डी'यक्वेम की एक बोतल थी, जो नायाब थी. दोनों संदिग्धों ने चोरी के बाद कुछ ही दिनों में स्पेन छोड़ दिया.इसके बाद पूरे यूरोप में पुलिस ने महीनों तक उनका पीछा किया गया, क्योंकि वे मोंटेनेग्रो को पार कर गए थे. बाद में क्रोएशियाई सीमा रक्षकों ने उनको पहचान लिया और सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
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