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उपन्यासकार इयान फ्लेमिंग के उपन्यास से प्रेरित पहली बॉन्ड फिल्म 'डॉक्टर नो' थी
जयप्रकाश चौकसे उपन्यासकार इयान फ्लेमिंग के उपन्यास से प्रेरित पहली बॉन्ड फिल्म 'डॉक्टर नो' थी। दूसरे विश्वयुद्ध के पश्चात अमेरिका और रूस के बीच प्रचार का शीत युद्ध चल रहा था, जो दरअसल पूंजीवाद बनाम साम्यवाद युद्ध था। फ्लेमिंग का रचा नायक रूस में प्रवेश करके साम्यवादी एजेंट की हत्या करता है और एक रूसी महिला से प्रेम का स्वांग भी करता है। गौरतलब है कि तमाम जेम्स बॉन्ड फिल्मों में एस्टन मार्टिन कंपनी की बनी हुई कारों का ही उपयोग किया गया है।
यह कार की गुणवत्ता का प्रमाण होने के साथ ही संभव है कि कार कंपनी ने अपने प्रचार के लिए निर्माता को धन दिया हो? बाजार कुछ भी कर सकता है। क्या सितारे किसी वस्तु के विज्ञापन करने से पहले उसकी गुणवत्ता का परीक्षण करते हैं? एक बार एक सितारे ने उस लॉटरी का प्रचार किया, जो कभी इनाम का धन देती ही नहीं थी।
मुकदमा कायम हुआ और सितारे की दलील यह रही कि अभिनय करना उनका व्यवसाय है और वे भूमिका की विश्वसनीयता नहीं देखते। लोकप्रिय सितारे हानिकारक गुटखे-तंबाकू का विज्ञापन करते हैं। एक सितारे ने सागर्व कहा है कि विज्ञापन फिल्मों में काम करने से उनके घर का खर्च चलता है।
बहरहाल, जेम्स बॉन्ड कड़ी में एजेंट 007 जेम्स बॉन्ड , जिस संस्था के लिए काम करती है, उस संस्था की शिखर अधिकारी एक महिला है, जिसे हमेशा मैडम एम कहकर संबोधित किया जाता है। एक बॉन्ड फिल्म में मैडम एम की हत्या होते हुए प्रस्तुत की गई है। इस सीरीज की फिल्म में मैडम एम की भूमिका में लिंग भेद करके उसे पुरुष पात्र बना दिया गया है।
किसी भी क्षेत्र में महिला को पुरुष पर शासन करते नहीं दिखाने की जहालत सदियों से कायम रही है। इत्तेफाक की बात है कि मैडम एम अभिनीत करने वाली उम्रदराज कलाकार की मृत्यु भी हो गई है। अब उच्च अधिकारी एक पुरुष है, क्या उसका कोड नेम मिस्टर एक्स होगा? ज्ञातव्य है कि सीरीज की अगली फिल्म में पात्र जेम्स बॉन्ड की भूमिका एक महिला करेगी, जिसे ताजा फिल्म में सहायक भूमिका दी गई है।
यह एक अश्वेत अमेरिकी महिला है। अगली फिल्म में यह 007 कहलाएगी। फिल्म निर्माण कंपनी राजनीति के क्षेत्र में हो रहे परिवर्तन पर ध्यान देती है। क्या इसे कमला हैरिस के अमेरिका के वाइस प्रेजिडेंट पद पर विराजमान होने का प्रभाव माना जा सकता है? ज्ञातव्य है कि अभिनेता शॉन कॉनरी भी जेम्स बॉन्ड भूमिकाओं में सर्वश्रेष्ठ रहे हैं। ज्ञातव्य है कि सर डॉक्टर ऑर्थर कॉनन के काल्पनिक पात्र शरलॉक होम्स पर कई उपन्यासों की रचना होने के बाद एक उपन्यास में प्रस्तुत किया गया है कि वह खलनायक से लड़ते हुए घाटी में गिर कर मर गया।
इस पर पाठकों ने अपनी नाराजगी जाहिर की। अवाम की इच्छा अनुसार नए उपन्यास में प्रस्तुत किया गया कि घाटी में गिरते समय शरलॉक होम्स ने एक मजबूत वृक्ष की डाली पकड़ ली और वे बच गए। ज्ञातव्य है कि महान उपन्यासकार अर्नेस्ट हेमिंग्वे के हवाई जहाज की दुर्घटना हो गई। उन्हें मृत मानकर श्रद्धांजलि प्रकाशित की गई। वे कई घंटे इसी तरह मृत्यु और जीवन के बीच झूलते रहे। बाद में सहायता दल ने उन्हें बचा लिया। इसके पहले भी उनके युद्ध में मारे जाने की खबर फैलाई गई परंतु वे जख्मी हालत में एक खंदक में से निकाले गए।
हेमिंग्वे अपने उपन्यास 'द ओल्ड मैन एंड द सी' के नायक की तरह जिए। कालांतर में उन्होंने आत्महत्या कर ली और अंतिम पत्र में लिखा कि 'मैं शिकार नहीं कर सकता, मेरी नजर कमजोर हो गई है। लिख नहीं सकता, हाथ कांपते हैं। यकृत खराब हो गया इसलिए शराब नहीं पी सकता, अत: आत्महत्या कर रहा हूं।' बादल सरकार के नाटक 'बाकी इतिहास' में भी इस आशय की बात है कि, जीने का कोई अर्थ नहीं क्योंकि हमारे लिए सभी कुछ अन्य लोग तय कर रहे हैं। बहरहाल, जीते रहना हमारा पैदाइशी कर्तव्य है।
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