- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- पाकिस्तान में बिगड़े...
कादम्बिनी शर्मा
पाकिस्तान में शहबाज़ शरीफ के सत्ता संभालते ही उनकी मुश्किलें और बढ गई हैं. जैसी उनके गठबंधन को उम्मीद थी कि 'सेलेक्टेड पीएम' इमरान खान को उन्होंने पूरी तरह मात दे दी है, ऐसा हुआ नहीं है. असल में सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद इमरान खान को अवाम के एक बड़े तबके की सहानुभूति मिल रही है. यही वजह है कि उनके आज़ादी मार्च को अच्छा खासा समर्थन मिला. जब पेशावर से उन्होंने अपना मार्च शुरू किया तो पाकिस्तान मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, समर्थकों की संख्या ज्यादा नहीं थी. दूसरी तरफ इस्लामाबाद को आने वाली हर सड़क को विशालकाय कंटेनर लगाकर बंद कर दिया गया. कुछ और शहरों में घुसने के रास्तों पर बैरिकेड लगाए गए. बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई. कई जगहों पर जैसे - पेशावर, लाहौर, कराची में इमरान की पार्टी पीटीआई (PTI) के समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हुई. पीटीआई के मुताबिक इस हिंसा में कम से कम पांच पीटीआई कारकून मारे गए जबकि सरकार के मुताबिक 18 से ज्यादा पुलिसवाले घायल हुए. लेकिन इस सब के बावजूद इमरान का काफिला इस्लामाबाद पहुंचने में कामयाब रहा.