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- सेना, सरकार और आंतरिक...
बीते कुछ दिनों से प्रदेश, देश और विश्व में कुछ एक ऐसी घटनाएं घट रही हैं जिनसे हर क्षेत्र की आंतरिक सुरक्षा पर चर्चा शुरू हो गई है। करीब एक महीना पहले हमारे अपने शांतिप्रिय प्रदेश हिमाचल के विधानसभा परिसर में जब खालीस्तान के झंडे लगे, उस वक्त प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा के मद्देनजर सरकार ने चारों तरफ से दबाव पड़ने के बाद इस कुकृत्य को करने वालों को पकड़ कर सलाखों के पीछे डाल दिया तो यह मामला तो लगभग ठंडा पड़ गया, पर साथ में ही पुलिस भर्ती के लिए महीनों से मेहनत कर रहे अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा का परिणाम आने के बाद यह पता चलना कि यह पेपर लीक हो चुका था और आनन-फानन में परीक्षा का रद्द हो जाना। अगर इसको भी मात्र परीक्षा से जोड़ने के अलावा बड़े संदर्भ में देखा जाए तो यह भी हमारी आंतरिक सुरक्षा का ही मामला है जिसमें सरकार को निश्चित तौर पर गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए तथा इस तरह की गतिविधियों में सम्मिलित लोगों को कानून के हिसाब से कठिन से कठिन सजा देनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई इस तरह की हरकत न करे।
सोर्स- divyahimachal